डीएनए हिंदी: देश की राजधानी नई दिल्ली और आसपास के इलाकों में प्रदूषण ने कोहराम मचाया हुआ है. वायु प्रदूषण के मामलों के जानकर दिल्ली में बढ़े प्रदूषण के लिए पड़ोसी राज्यों में जलाई जा रही पराली को जिम्मेदार मान रहे हैं. आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने इसकी जिम्मेदारी भी ली है. उन्होंने अपने साथी और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ की गई एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में अगले साल स्थितियां बेहतर होने का दावा किया है. आकड़ों को खंगालने पर पता चलता है कि इस बार पंजाब में पिछले साल से ज्यादा पराली जली है. इसमें गौर करने वाली बात यह है कि पंजाब के मुख्यमंत्री के गृह जिले संगरूर में पराली जलाने के सबसे ज्यादा मामले रिकार्ड किए गए हैं.
बढ़े है पराली जलने के मामले
पिछले साल 2021 में 15 सिंतबर से 4 नवम्बर तक पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान,दिल्ली और मध्य प्रदेश मे कुल 30,731 मामले दर्ज हुए थे. वही इस साल अब तक पराली जलने की घटनाओं की संख्या बढ़कर 32,349 हो गई हैं. हालांकि ये आंकड़ा अभी भी साल 2020 से बेहतर है, जब पराली जलाने की 60,359 घटनाएं दर्ज की गई थी.
82% पराली जलने के मामले पंजाब से
हर साल पंजाब में देश मे सबसे ज्यादा पराली जलती है. Indian Agriculture Research Institute (IARI) की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक इस साल देश मे पराली जलाने की कुल घटनाओं में से 82 प्रतिशत पंजाब से सामने आई हैं. हरियाणा में 7.5% और मध्य प्रदेश में 6% मामले दर्ज हुए है.
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हरियाणा, उत्तर प्रदेश में कम हुए मामले
पिछले साल के मुकाबले जहां हरियाणा, उत्तर प्रदेश मे पराली जलने के मामलों में कमी आई है. वहीं पंजाब समेत राजस्थान और मध्य प्रदेश में पराली जलाने की घटनाओँ में वृद्धि हुई है.
मध्यप्रदेश से 10 गुना ज्यादा पराली जलाता है पंजाब
अगर पिछले 5 दिनों के मामलों की औसत निकाली जाए तो पंजाब में रोजाना 2,118 पराली जलाने की घटनाएं दर्ज हुई हैं. वहीं रोजाना पराली जलाने के पैमाने पर दूसरे सबसे ज्यादा मामले मध्य प्रदेश (202) में दर्ज हुए हैं. पंजाब में मध्य प्रदेश से 10 गुना ज्यादा पराली जल रही है.
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भगवंत मान के जिले में जली सबसे ज्यादा पराली
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने पराली जलने से रोकने के लिए दावे तो बहुत किए मगर हकीकत कुछ और निकली. इस बार पिछली साल से ज्यादा पराली जलाई जा रही है. इस साल अक्टूबर में बारिश होने के कारण पहले पराली जलाने की घटनाओं में पिछले साल के मुकाबले कमी देखी जा रही थी. लेकिन अभी के आकंड़े देखते हुए लगता है कि इस बार पराली पिछले साल से कहीं ज्यादा जलेगी.
यही नहीं अब तक इस बार पराली जलने के सबसे ज्यादा मामले मुख्यमंत्री के गृह जिले संगरूर (4015) में दर्ज हुए हैं. इसके बाद तरनतारन (2905), पटियाला (2705), फिरोजपुर(2169) जिले और बठिंडा (1791) का नम्बर आता है.
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Air Pollution: चिराग तले अंधेरा! भगवंत मान के 'घर' में जली सबसे ज्यादा पराली