महाकुंभ भले ही खत्म हो गया हो, लेकिन इससे जुड़े विवाद ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहे. दरअसल अभी बीते दिन ही यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में महाकुंभ की सफलता का जिक्र किया और एक नाविक पिंटू महरा की सक्सेज स्टोरी सुनाई. मुख्यमंत्री का दावा था कि इस नाविक ने अपने घरवालों की मदद से महाकुंभ में करीब 30 करोड़ रुपए की कमाई की है. मुख्यमंत्री का यह दावा ठोस लगे और आलोचकों की बोलती बंद रहे इसलिए सीएम की पी आर सेल ने पिंटू के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किये.
अब इसी शख्स के विषय में चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं. जिनपर यदि यकीन किया जाए तो मिलता है कि पिंटू प्रयागराज के नैनी थाने का हिस्ट्रीशीटर है और उस पर महाकुंभ के दौरान भी केस दर्ज हुआ था. अब जबकि पिंटू को लेकर यह महत्वपूर्ण सूचना सामने आ गयी है तो जिस तरह इस मामले पर सूबे के अधिकारियों ने चुप्पी साधी है कहीं न कहीं उससे सरकार की और किरकिरी हो रही है.
ध्यान रहे कि महाकुंभ के दौरान भी पिंटू अपनी हरकतों से बाज नहीं आया. इस दौरान भी पिंटू महरा समेत आठ लोगों पर रंगदारी मांगने और मारपीट करने का मामला दर्ज हुआ था. बताते चलें कि 11 फरवरी को मेला कोतवाली में एक नाविक शनि निषाद ने आरोप लगाया कि उसके भाई को पीट-पीटकर घायल कर दिया गया था.
इतना ही नहीं, उसने पिंटू महरा पर रंगदारी मांगने का भी आरोप लगाया था. योगी आदित्यनाथ के बलबूते सुर्ख़ियों में आया पिंटू महरा कितना खतरनाक है? इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसपर एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. जिसमें हत्या, हत्या के प्रयास, बलवा, बमबाजी-फायरिंग जैसे अपराध शामिल हैं.
बताया यह भी जा रहा है कि 2009 में नैनी में एक डबल मर्डर हुआ था. तब भी उस मामले में पिंटू का नाम आया था और उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. इसी तरह साल 2017 में पिंटू पर फिर एक मुकदमा दर्ज हुआ था. पिंटू पर एक व्यक्ति पर हमला करने का आरोप लगा था. माना जाता है कि उस हमले में तीन लोग जख्मी हुए थे और एक व्यक्ति की मौत हुई थी.
इस मामले में राजनीति तेज हो गयी है. कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने मामले को X पर उजागर करते हुए लिखा है कि,दो दिन पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बताया कि नाविक पिंटू महरा ने कुंभ में नाव चलवाकर 30 करोड़ कमाए. अब उसका कच्चा चिट्ठा सामने आ रहा है.
वह नैनी के अरैल का कुख्यात अपराधी है. योगी जी, अपने सूचना सलाहकारों को बर्खास्त कीजिए. सोचिए भला, आपसे एक कुख्यात अपराधी का सदन में इतना महिमामंडन करवा डाला? हद है!
दो दिन पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बताया कि नाविक पिंटू महरा ने कुंभ में नाव चलवाकर 30 करोड़ कमाए
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) March 6, 2025
अब उसका कच्चा चिट्ठा सामने आ रहा है
• वो नैनी के अरैल का कुख्यात अपराधी है
• 21 दिन पहले वसूली मांगने पर नामजद हुआ था
• डबल मर्डर केस में जेल में भी रहा है, 6 महीने… pic.twitter.com/uQSJQoQ6Kd
इसी तरह समाजवादी पार्टी के खेमे से भी ट्वीट वॉर शुरू हो गई है. एक्स पर आए तमाम ट्ववीट्स में इस बात का जिक्र किया गया है कि वो योगी आदित्यनाथ जो भय और अपराधमुक्त उत्तर प्रदेश का डंका देश दुनिया में पीटते हैं, जल्द से जल्द अपनी भूल का सुधार करें और पिंटू मल्लाह को सख्त से सख्त सजा दिलवाकर इंसाफ करें.
चूंकि पिंटू और उसके अपराध से जुड़ा यह मामला हमारे सामने आ ही गया है तो सवाल ये है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जो अपराध के सफाए और अपराधियों को जहन्नुम पहुंचाने की बात करते हैं उन्हें पिंटू के बैक ग्राउंड बारे में कोई खबर ही नहीं हुई. आखिर ऐसा कैसे हो सकता है?
बहरहाल अब जबकि पिंटू के बारे में सब कुछ बाहर आ गया है तो देखना दिलचस्प रहेगा कि सीएम योगी और उनकी पुलिस द्वारा पिंटू को अंजाम तक पहुंचा कर भूल को सुधारा जाता है या फिर नहीं?
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