डीएनए हिंदी: रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच जारी तनाव पर अमेरिका चिंतित है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने रूसी सैन्य कार्रवाई के बढ़ते खतरों का जिक्र करते हुए यूक्रेन में रह रहे अमेरिकी नागरिकों से अपील की है कि नागरिक तत्काल यूक्रेन छोड़ें और अमेरिका वापस आएं. जो बाइडेन ने यह साफ कर दिया है कि अगर रूस किसी भी परिस्थिति में यूक्रेन पर हमला बोलता है तो वह अमेरिकियों को बचाने के लिए सेना नहीं भेजेंगे.
रूस-यूक्रेन के बीच जारी विवाद कहीं तीसरे विश्वयुद्ध की आहट तो नहीं है. जानकार कहते हैं अगर विवाद बढ़ा तो ऐसी स्थितियां पैदा हो सकती हैं. अलग-अलग देश जिस तरह से अपने नागरिकों को यूक्रेन से बाहर निकालना चाह रहे हैं, यह साफ हो रहा है कि स्थितियां सामान्य नहीं हैं.
ब्रिटेन और यूरोप के अन्य देशों ने भी अपने नागरिकों से गुहार लगाई है कि नागरिक वापस लौट आएं. रूस ने यूक्रेन की सीमा पर 1,00,000 सैनिकों को हथियार सहित तैनात किया है. दुनियाभर के देश रूस के इस रवैया पर भले ही चिंतित हों, रूस लगातार कह रहा है कि वह यूक्रेन पर हमला नहीं बोलेगा.
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क्यों यूक्रेन पर चिंतित है दुनिया?
दुनिया की चिंता रूस-यूक्रेन विवाद पर इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि रूसी सेना अपने पड़ोसी देश बेलारूस (Belarus) के साथ बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास कर रही है. यूक्रेन ने रूस पर यह भी आरोप लगाया है कि शक्तिशाली देश ने यूक्रेन की समुद्री पहुंच को बाधित कर दिया है. क्रेमलिन का दावा है कि रूस रेड लाइन को लागू करना चाहता है. रूस चाहता है कि यूक्रेन किसी भी कीमत पर नाटो में शामिल न हो.
लगातार बढ़ रही युद्ध की आशंकाओं के बीच जो बाइडेन ने एनबीसी न्यूज से बातचीत में कहा है कि अमेरिकी नागरिकों को अब यूक्रेन छोड़ देना चाहिए. हम दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में से एक के साथ बातचीत कर रहे हैं. यह बहुत अलग चीज है. स्थितियां बहुत जल्दी बिगड़ सकती हैं.
क्यों नहीं सेना भेजेंगे जो बाइडेन?
जब जो बाइडेन से सवाल किया गया है कि वह यूक्रेन में क्या अपने लोगों को बचाने के लिए क्या सेनाएं भेजेंगे तो उन्होंने कहा कि वह ऐसा नहीं करेंगे. जो बाइडेन ने कहा कि वह विश्व युद्ध होगा जब अमेरिकी सेना और रूस की सेना एक-दूसरे पर फायरिंग करेंगी. हम अब अलग दुनिया में हैं. स्थितियां बदल गई हैं.
नीदरलैंड, जापान और दक्षिण कोरिया सहित कई अन्य देशों ने भी अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है. लातविया ने अपने नागरिकों के लिए जारी एडवाइडरी में कहा है कि रूस की वजह से यूक्रेन में सुरक्षा संकट पैदा हो रहा है, नागरिक जल्द से जल्द यूक्रेन छोड़ दें.
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अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के एक बयान ने छोटे यूरोपीय देशों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं. ऑस्ट्रेलिया यात्रा के दौरान उन्होंने शुक्रवार को कहा कि आक्रमण किसी भी समय शुरू हो सकता है. यह विंटर ओलंपिक के दौरान भी हो सकता है. 20 फरवरी से चीन में विंटर ओलंपिक होने वाले हैं.
यूक्रेन पर मौजूदा संकट को कम करने के लिए कूटनीतिक प्रयास जारी हैं. ब्रिटेन के रक्षा सचिव बेन वालेस ने मास्को में अपने समकक्ष को चेतावनी दी कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की स्थिति में दोनों देशों के परिणाम दुखद होंगे. सर्गेई शोगिउ ने कहा कि यूरोप में बढ़ते सैन्य तनाव की वजह हम नहीं हैं न ही हमारी गलती है.
कब से बढ़ा है तनाव?
यूक्रेन और रूस के बीच तनाव का असर पूरी दुनिया पर पड़ने वाला है. रूस ने जब यूक्रेन के दक्षिणी क्रीमिया प्रायद्वीप (Peninsula) पर कब्जा किया था तब अचानक से यूक्रेन-रूस के बीच विवाद बढ़ा था. इस घटना के करीब 8 साल बाद एक बार फिर दोनों देश आमने-सामने हैं. लगातार 8 साल से यूक्रेन की सेना रूस की सीमाओं के पास पूर्वी क्षेत्रों में रूसी समर्थित विद्रोहियों के साथ जूझ रही है.
यूक्रेन ने रूस पर क्या लगाया है आरोप?
यूक्रेन ने रूस पर समुद्र तक उसकी पहुंच को बाधित का आरोप लगाया है. रूस की नौसेना समुद्री सीमा में अभ्यास कर रही है. यूक्रेन का आरोप है कि रूस डरा रहा है. युद्ध की आशंका भी यूक्रेन के नागरिकों के मन में घर कर गई है. यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि आज़ोव सागर को पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिया गया है. रूसी सेना ने काला सागर (Black Sea) को लगभग पूरी तरह से काट दिया है.
रूस का नौसैनिक अभ्यास अगले सप्ताह यूक्रेन के दक्षिण में दो समुद्रों, काला सागर और आज़ोव सागर में होने वाला था. यूक्रेन की सीमा रक्षक सेवा ने शुक्रवार को कहा कि रूस ने उन्हें बताया था कि उसने आज़ोव सागर में अपना अभ्यास रद्द कर दिया है. यह रूस और यूक्रेन दोनों की सीमा से लगा एक आंतरिक समुद्री हिस्सा है. यूक्रेन के बंदरगाह प्राधिकरण ने बाद में कहा कि वहां प्रतिबंध हटा लिया गया है.
सैन्य अभ्यास के जरिए यूक्रेन को डरा रहा है रूस!
शुक्रवार को क्रीमिया में रूसी नौसेना सैन्य अभ्यास कर रही थी. यूक्रेन के उत्तरी हिस्से की ओर बेलारूस में 10 दिनों तक सैन्य अभ्यास जारी रहा. ऐसी आशंका है कि अगर रूस यूक्रेन पर आक्रमण करने की कोशिश करता है तो उसके लिए यह आसान होगा. रूसी सेना सैन्य अभ्यास की वजह से यूक्रेन की राजधानी कीव के करीब है. हालांकि रूस का कहना है कि जैसे ही युद्ध अभ्यास खत्म होगा सेनाएं अपने-अपने स्थाई ठिकानों पर लौट जाएंगी. यूक्रेन खुद भी अपनी सेनाओं को तैयार करने में जुटा है. यूक्रेन ने अपना 10 दिवसीय सैन्य अभ्यास शुरू किया है.
क्या यूक्रेन पर होगा विश्वयुद्ध?
रूस हमेशा किसी भी तरह के युद्ध की खबरों को खारिज करता रहा है. रूस का कहना है यूक्रेन रूस के साथ गहरे सामाजिक और सांस्कृतिक संबंधों वाला एक पूर्व सोवियत गणराज्य है. रूस यह कभी स्वीकार नहीं करेगा कि यूक्रेन एक दिन पश्चिमी रक्षा गठबंधन नाटो में शामिल हो. रूस की मांग है कि ऐसे प्रयास भी खत्म कर दिए जाएं. रूस 2014 से यूक्रेन के पूर्वी डोनबास क्षेत्र में एक सशस्त्र विद्रोह का समर्थन कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2014 से अब तक लगभग 14,000 लोग मारे गए हैं. इनमें कई नागरिक भी शामिल हैं. विद्रोह में अनगिनत लोगों की जान जा रही है.
कुछ देशों का सुझाव है कि मौजूदा संकट को मिंस्क एग्रीमेंट के जरिए खत्म किया जा सकता है. पूर्वी यूक्रेन में जारी संघर्ष को खत्म करने की मांग यह समझौता करता था. इसे आधार बनाकर युद्धजन्य स्थितियों को टाला जा सकता है. यूक्रेन, रूस, फ्रांस और जर्मनी ने 2014-2015 में इस समझौते का समर्थन किया था. रूस का यूक्रेन पर अड़ियल रूख है. वह यूक्रेन की सीमा से न तो सेना हटाने के लिए तैयार है. रूस यह भी नहीं चाहता है कि यूक्रेन नाटो में शामिल हो.
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रूस क्यों नहीं चाहता कि यूक्रेन नाटो देशों में शामिल हो?
नाटो एक सैन्य समूह है जिसमें अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और फ्रांस जैसे 30 देश शामिल हैं. अब रूस के सामने चुनौती यह है कि उसके कुछ पड़ोसी देश पहले ही नाटो में शामिल हो चुके हैं. इनमें एस्टोनिया और लातविया जैसे देश हैं, जो पहले सोवियत संघ का हिस्सा थे. अब अगर यूक्रेन भी नाटो का हिस्सा बन गया तो रूस हर तरफ से अपने दुश्मन देशों से घिर जाएगा और अमेरिका जैसे देश उस पर हावी हो जाएंगे. अगर यूक्रेन नाटो का सदस्य बन जाता है और रूस भविष्य में उस पर हमला करता है तो समझौते के तहत इस समूह के सभी 30 देश इसे अपने खिलाफ हमला मानेंगे और यूक्रेन की सैन्य सहायता भी करेंगे. अगर ऐसी स्थिति में रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो शायद विश्व युद्ध की आशंका बढ़ सकती है.
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