गाजा के प्रति जो रवैया इजरायल का है, उस पर संयुक्त राष्ट्र के शांति स्थापना प्रमुख जीन-पियरे लैक्रोइक्स ने गहरी चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि गाजा में अधिकांश मानवीय राहत प्रदान करने वाली मुख्य सहायता एजेंसी पर प्रतिबंध लगाने का इजरायल का निर्णय 'बेहद चिंताजनक' है. लैक्रोइक्स के मुताबिक गाजा और वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनियों को ऐसी सहायता प्रदान करने के लिए UNRWA 'बिल्कुल आवश्यक' है. ध्यान रहे यह वो स्थान है जो अभी भी इजरायल के नियंत्रण में है.

लैक्रोइक्स ने ये भी बताया कि पिछले साल 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल में हमास के नरसंहार से शुरू हुए युद्ध के एक साल से अधिक समय बाद, गाजा में आबादी 'विनाशकारी स्थिति' में है.

बताते चलें कि अभी बीते दिन ही इजरायली संसद द्वारा फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी पर प्रतिबंध लगाने के लिए मतदान करने के निर्णय ने इजरायल के पश्चिमी सहयोगियों के बीच यह आशंका पैदा कर दी है कि इससे गाजा में मानवीय संकट और भी बदतर हो जाएगा. वहीं मामले के तहत UNRWA ने उग्रवादी संबंधों के आरोपों से इनकार किया है.

यह कानून, जो इजरायल के विदेश मंत्रालय द्वारा संयुक्त राष्ट्र को अधिसूचित किए जाने के 60 से 90 दिनों के बाद प्रभावी होगा, फिलिस्तीनी क्षेत्रों में UNRWA की संचालन क्षमता को गंभीर रूप से प्रतिबंधित कर सकता है. दिलचस्प ये कि इससे करीब पांच मिलियन से अधिक शरणार्थी प्रभावित होंगे. 

संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम ने गाजा में अकाल को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई का आह्वान किया है, चेतावनी दी है कि सहायता प्रवाह पर गंभीर प्रतिबंधों के कारण वहां संकट जल्द ही और भी बदतर हो सकता है.

शांति अभियानों के लिए लैक्रोइक्स ने कहा कि अब तक गाजा की जनता की दुर्दशा के बारे में 'बहुत मजबूत और बहुत ही एकजुट अभिव्यक्ति' बहुत गंभीर चिंता का विषय रही है, तथा यह सुनिश्चित करने के लिए 'निरंतर दबाव' बनाए रखना होगा कि इजरायली कानून को 'क्रियान्वित' न किया जाए.

हमास द्वारा संचालित फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि 7 अक्टूबर 2023 से अब तक गाजा में इजरायली हमलों में लगभग 43,061 लोग मारे गए हैं, जिसमें हवाई हमले और ज़मीनी हमला शामिल है. मंत्रालय ने ये भी कहा कि बीते दिन उत्तरी गाजा में एक 5 मंज़िला इमारत पर इजरायली हमले में कम से कम 60 लोग मारे गए, जिनमें आधे से ज़्यादा महिलाएं और बच्चे थे.

इस बीच लेबनान में, देश के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि 8 अक्टूबर 2023 से अब तक 2,792 लोग मारे गए हैं. ज्ञात ही कि  8 अक्टूबर वो दिन था जब ईरान के सहयोगी हिजबुल्लाह ने फिलिस्तीनियों के समर्थन में उत्तरी इज़राइल में रॉकेट दागना शुरू किया था. 

लैक्रोइक्स ने दावा किया कि 'कुछ मामलों में हमने लेबनान में शांति सैनिकों पर जानबूझकर किए गए हमलों के स्पष्ट संकेत देखे हैं'. 'लेकिन, मैं यह नहीं कहूंगा कि सभी हमले या सभी घटनाएं जानबूझकर की गई हैं. कई मामलों में, हमें अभी भी जांच करनी है. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों के खिलाफ सभी हमले 'अस्वीकार्य' हैं और उनका वहां बने रहना 'बेहद महत्वपूर्ण' है.

अंत में हम बस ये कहकर अपनी बातों को विराम देंगे कि इस महीने की शुरुआत में, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने उन आरोपों को 'पूरी तरह से झूठा' बताया था कि इजरायली सैनिकों ने जानबूझकर लेबनान में UNIFILशांति सैनिकों को निशाना बनाया. 

बहरहाल, इस बात में कोई शक नहीं है कि हर बीतते दिन के साथ गाजा और वेस्ट बैंक की स्थिति बद से बदतर हो रही है. देखना दिलचस्प रहेगा कि UNRWA इसपर कोई मजबूत स्टैंड ले भी पाता है या नहीं. 

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें  हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.

Url Title
Israel Hamas War Gaza situation disastrous and Israel ban on aid agency extremely worrying says UNRWA
Short Title
गाजा की स्थिति 'विनाशकारी' बताकर UNRWA कहीं महज खानापूर्ति तो नहीं कर रहा?
Article Type
Language
Hindi
Page views
1
Embargo
Off
Image
Image
इजरायल जो कुछ भी गाजा में कर रहा है उससे तमाम तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं
Date updated
Date published
Home Title

गाजा की स्थिति 'विनाशकारी' बताकर UNRWA कहीं महज खानापूर्ति तो नहीं कर रहा?

Word Count
625
Author Type
Author