डीएनए हिंदी : आईएनएस रणवीर (INS Ranvir) में विस्फोट की दुर्घटना के विषय में आपने भी सुना होगा. आईएनएस रणवीर भारतीय नेवी का एक डेस्ट्रॉयर वेसल है. क्या आप जानते हैं कि डेस्ट्रॉयर वेसल किसे कहा जाता है? डीएनए हिंदी लेकर आया है पूरी जानकारी –
क्या होते हैं डेस्ट्रॉयर वेसल?
डेस्ट्रॉयर वेसल (Destroyer Vessel) उन वॉरशिप को कहा जाता है जो बड़े शिप के साथ जंगी बेड़े के तौर पर चलते हैं. ये वेसल काफ़ी तेज़ होते हैं और आसानी से किसी भी दिशा में घूम सकते हैं. इनका मुख्य काम पूरे बेड़े को किसी भी प्रकार के छोटी दूरी के आक्रमण से बचाना है. इस डेस्ट्रॉयर टर्म का इस्तेमाल पहली बार 1890 में हुआ था जब 250 टन के जहाज़ का निर्माण इस ख़ातिर किया गया था कि टॉरपीडो नावों के हमले से युद्ध पोतकों की रक्षा की जा सके. टॉरपीडो नावों से रक्षा करने के लिए तैयार किए गए ये छोटे जहाज़ ख़ुद सुपर टॉरपीडो नाव बन गए. माना जाता है कि प्रथम विश्व युद्ध में इन जहाज़ों ने महती भूमिका निभाई. उन्हें अक्सर वॉर कॉन्वॉय से पहले रवाना किया जाता था ताकि वे दुश्मन की स्थिति का पता लगा पाएं, दुश्मनों के डेस्ट्रॉयर को हरा सकें और उनके युद्धपोतों के ख़िलाफ़ बिगुल छेड़ सके.
सबमरीन और डेस्ट्रॉयर में होता है फ़र्क़
सबमरीन नेवेल युद्धक बेड़े का मुख्य टॉरपीडो लॉन्चिंग वेसेल होता है. यह हल्का होता है जबकि डेस्ट्रॉयर (Destroyer Vessel) थोड़ा अधिक भारी होता है. डेस्ट्रॉयर में हाइड्रोफ़ोन लगे होते हैं और डेप्थ चार्ज की तकनीक भी साथ होती है ताकि व्यापारी और युद्धक बड़ों की किसी भी प्रकार के सबमरीन हमले से रक्षा की जा सके. दूसरे विश्व युद्ध के दौरान डेस्ट्रॉयर में राडार और एंटी एयरक्राफ्ट गन भी जोड़ा गया. यह समुद्र में होते हुए हवाई रक्षा की क्षमता को बरक़रार रखने के लिए किया गया था.
भारतीय नेवी (Indian Navy) में कितने डेस्ट्रॉयर हैं?
अब तक भारतीय नेवी (Indian Navy) में कुल 17 डेस्ट्रॉयर (Destroyer Vessel) शामिल हो चुके हैं. इनमें से ग्यारह डेस्ट्रॉयर मिसाइल लॉन्च कर सकने वाले डेस्ट्रॉयर थे/ हैं. आईएनएस रणजीत भारतीय नेवी में शामिल होने वाला पहला डेस्ट्रॉयर था. इसे यूनाइटेड किंगडम में बनाया गया था और दूसरे विश्वयुद्ध में यह काफ़ी सक्रिय रहा था. वर्तमान में भारतीय नेवी में दस सक्रिय डेस्ट्रॉयर शामिल हैं. इन डेस्ट्रॉयर वेसल को उनके निर्माण के आधार पर भिन्न क्लास या वर्ग में बांटा गया है, मसलन दुर्घटना ग्रस्त डेस्ट्रॉयर आईएनएस रणवीर राजपूत क्लास का डेस्ट्रॉयर था.
आईएनएस विशाखापट्टनम भारतीय जल सेना के युद्धक बेड़े में शामिल होने वाला सबसे नया डेस्ट्रॉयर शिप है. अन्य डेस्ट्रॉयर वेसल का नाम क्रमशः आईएनएस कोलकाता, आईएनएस कोच्ची, आईएनएस चेन्नई, आईएनएस डेल्ही, आईएनएस मैसोर, आईएनएस मुंबई, आईएनएस रण, आईएनएस रणवीर (INS Ranvir) और आईएनएस रणविजय है. आईएनएस रणवीर भारतीय बेड़े में 1986 में शामिल हुआ था.
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