डीएनए हिंदी: Israel Hamas War Updates- इजरायल पर 7 अक्टूबर को हमास ने उसके इतिहास का सबसे घातक हमला किया था. एक ही झटके में सैकड़ों इजरायली मौत का शिकार बना दिए गए. इसका बदला लेने के लिए इजरायल ने गाजा पट्टी में हमास को नेस्तनाबूद करने का ऑपरेशन शुरू किया था, जिसका गुरुवार को छठा दिन है. आज यानी 12 अक्टूबर की सुबह भी इजरायल ने गाजा पट्टी पर हवाई हमले जारी रखे, जिनमें कम से कम 51 लोगों की मौत हो गई है. इजरायली पलटवार में गाजा पट्टी में जान गंवाने वालों की संख्या 1,200 के पार पहुंच चुकी है. गाजा पट्टी पर अब तक इजरायल ने इतने बम और मिसाइलें दागी हैं कि अब यह इलाका Ghost City जैसी नजर आ रहा है. इजरायल भले ही केवल हमास के ठिकानों को निशाना बनाने का दावा कर रहा है, लेकिन गाजा पट्टी की हालत बता रही है कि इन हमलों का असल नुकसान आम फिलिस्तीनी नागरिकों को हुआ है.
हवाई हमलों के बाद ग्राउंड अटैक को भी तैयार इजरायल
अब हवाई हमलों के साथ-साथ इजरायल की सेना गाजा पट्टी में अंदर घुसकर हमास के ठिकानों पर हमले करने की पूरी तैयारी कर चुकी है. इजरायल के एक लाख से ज्यादा सैनिक, गाजा बॉर्डर पर पहुंच चुके हैं, इजरायली सेना के टैंक और तोपें भी गाजा में घुसने के लिए खड़ी हैं. आपको बता दें कि Zee News संवाददाता विशाल पांडेय, गाजा बॉर्डर पर ठीक उसी जगह मौजूद हैं, जहां से इजरायल की सेना, गाजा में हमास के अड्डों पर बम गोले बरसा रही है. गाजा बॉर्डर पर इजरायली तैयारी देखकर ही अंदाजा हो जाता है कि हमास से बदला लेने के लिए अब इजरायल किसी भी हद से गुजर जाने की जिद ठानकर बैठा है. वैसे भी इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू तो पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि इजरायल अब इस धरती से हमास के अस्तित्व को खत्म करके ही दम लेगा. इसलिए इजरायली सेना भी अपने पूरे दम से गाजा पट्टी पर हमले कर रही हैं.
क्यों उठ रहे हैं इजरायली पलटवार पर सवाल
अब इजरायल की पलटवार की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं. जिस तरह से इजरायल, गाजा पट्टी पर अंधाधुंध मिसाइलें और बम बरसा रहा है, उससे तो दुनिया को यही Message मिल रहा है कि इजरायल, गाजा पट्टी में रहने वाले सभी 23 लाख लोगों को हमास का आतंकवादी मानता है. भले ही इजरायल ये दावा कर रहा हो कि वो सिर्फ हमास के ठिकानों पर हमले कर रहा है, लेकिन गाजा पट्टी की जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, वो कुछ और ही बयान कर रही हैं.
हमास नहीं पूरे गाजा को खत्म कर देना चाहता है इजरायल
इजरायल की मिसाइलें, रिहायशी इलाकों में तबाही मचा रही हैं. पांच दिनों से इजरायल के हमलों ने गाजा को खंडहर बना डाला है. गाजा शहर मलबे के ढेर में बदल चुका है. गाजा की ये तस्वीर देखकर तो यही लगता है कि इजरायल, सिर्फ हमास को नहीं बल्कि पूरे गाजा को ही खत्म कर देना चाहता है. इजरायल के हमलों के शिकार सबसे ज्यादा गाजा के आम नागरिक ही हो रहे हैं. सात अक्टूबर को हमास के हमले के अगले दिन इजरायल ने हमास के पंद्रह सौ लड़ाकों को मारने का दावा किया था, लेकिन उसके बाद से इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई कि हमास के कितने लड़ाके, इजरायल के हमलों में मारे गए हैं. लेकिन गाजा के अस्पतालों में भर्ती इन घायल बच्चों को देखने के बाद एक सवाल मन में आता है कि क्या इजरायल, इन मासूम बच्चों को भी हमास का आतंकवादी समझता है?
कहते हैं कि युद्ध में सबकुछ जायज है, लेकिन हमास से जंग के नाम पर क्या इजरायल युद्ध अपराध नहीं कर रहा है? क्योंकि आम निर्दोष नागरिकों को मारना तो युद्ध नहीं होता, लेकिन यही, अमेरिका ने 9/11 हमले के बाद अफगानिस्तान में किया था और अब इजरायल, गाजा में कर रहा है.
तीन पॉइंट्स मे समझिए इजरायल-हमास टकराव की हकीकत
- पहले हमास ने इजरायल पर इतिहास का सबसे बड़ा आतंकी हमला किया. अब इजरायल, गाजा पट्टी पर इतिहास की सबसे बड़ी स्ट्राइक कर रहा है.
- पहले हमास के आतंकियों ने इजरायल में कत्लेआम मचाया. अब इजरायल के हमलों से..गाजा पट्टी में आम लोगों का खून बह रहा है.
- हमास ने इजरायल में घुसकर जो किया, उसका अंजाम इजरायल के लोगों ने भुगता. अब गाजा में जो इजरायल कर रहा है, उसका अंजाम गाजा पट्टी के लोग भुगत रहे हैं.
क्या कह रहे हैं गाजा के लोग
- गाजा निवासी अजाम शामिया ने कहा, हम अपना घर इस उम्मीद में छोड़कर आए थे कि कुछ घंटों में लौट आएंगे. हम अपना सबकुछ पैसा, खाना और हर वो चीज, जो हमारी थी, पीछे छोड़ आए हैं. अब एक घर में करीब 50 लोग बिना खाने-पीने, पानी या बिजली के बंद हैं. मैं नहीं जानता कि हम अपने बच्चों को खाना कैसे देंगे. मैं यहां मलबे के ढेर में दाल-चावल के दाने खोज रहा हूं. मेरे बच्चे भी यही कर रहे हैं.
- गाजा के एक अन्य निवासी अबू यूसुफ शामिया ने कहा, हम आम लोग हैं, जिनका राजनीतिक दलों से कोई कनेक्शन नहीं है और ना ही किसी से नाता है. हम यहां लौटे तो हमारा घर मलबे का ढेर बन चुका था और पूरा इलाका तहस-नहस हो चुका है. हम अब बेघर हैं और पहनने के कपड़ों के अलावा हमारे पास कुछ नहीं है. मैंने हमारे घर के मलबे में कुछ खाना और अन्य चीजें तलाशने की कोशिश की है.
- गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. अशरफ अर-किदरा के मुताबिक, निश्चित तौर पर हमारे अस्पतालों में आ रहे घायल लोगों की संख्या बहुत बड़ी है और इसका मतलब है कि गाजा में हम और ज्यादा मरीजों को अस्पताल में भर्ती नहीं कर पाएंगे. हम गाजा में मेडिकल सप्लाई के लिए सुरक्षित रास्ता तलाश रहे हैं. साथ ही घायल लोगों को गाजा से कहीं और अस्पताल में भेजने की तैयारी कर रहे हैं.
क्या दिख रहा है Ghost City गाजा में
सात अक्टूबर से लेकर अब तक इजरायल ने गाजा पट्टी पर इतने बम और मिसाइलें दागी हैं कि गाजा पट्टी अब Ghost City जैसी नजर आ रही है. इजरायल के बदले की आग ने गाजा को धुआं-धुआं कर दिया है. अब गाजा के हालात कुछ ऐसे हैं-
- इजरायल के हमलों से गाजा पट्टी में अबतक करीब 1200 लोगों की जान जा चुकी है.
- 5600 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जिनमें बच्चे, बूढ़े, महिलाएं शामिल हैं.
- इजरायल की मिसाइलों ने गाजा में 535 रिहायशी इमारतों को जमींदोज कर दिया है.
- 23 लाख की आबादी वाले गाजा में साढ़े तीन लाख से ज्यादा लोग बेघर हो चुके हैं.
और ये अंत नहीं बल्कि शुरुआत है, क्योंकि हमास से बदले की आग में जलते इजरायल को अब गाजा के हर नागरिक में हमास का आंतकवादी नजर आ रहा है.
जहन्नुम बन गई है गाजा पट्टी
गाजा पट्टी जिसे पहले से ही दुनिया की सबसे बड़ी Open Jail कहा जाता है, वो गाजा पट्टी, अब वहां रहने वाले लोगों के लिए जहन्नुम बन चुकी है. हमास और इजरायल की जंग में गाजा पट्टी के निर्दोष आम नागरिक घुन की तरह पिस रहे हैं, क्योंकि हमास के किये की सजा इजरायल, गाजा पट्टी के नागरिकों को दे रहा है. हमास धमकी दे रहा है कि अगर इजरायल ने गाजा में हमले नहीं रोके तो वो इजरायल के बंधकों को मार डालेगा. इजरायल ने भी ऐलान कर दिया है कि जब तक हमास 150 इजरायली बंधकों को सही सलामत नहीं छोड़ेगा, तबतक वो गाजा पर बम बरसाता रहेगा. इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने एक बार फिर कहा है कि अब हमास को इस धरती से खत्म कर देने तक इजरायल हमले करता रहेगा. फिर चाहे इजरायल के हमलों में गाजा की पूरी आबादी ही खत्म क्यों ना हो जाए.
क्या युद्ध के नियम फॉलो कर रहा है इजरायल?
इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता कि हमास के आतंकवादी हमले का बदला लेने का उसे पूरा हक है, लेकिन अगर इजरायल ने इसे युद्ध का नाम दिया है तो फिर युद्ध के नियम भी होते हैं. आम लोगों को टारगेट कर किये जाने वाले हमले युद्ध अपराध की श्रेणी में आते हैं. इसलिए इजरायल से सवाल पूछे जा रहे हैं कि वो युद्ध की आड़ में गाजा के आम लोगों को निशाना क्यों बना रहा है. इसका इजरायल के पास क्या जवाब है. ये भी जान लीजिए.
इजरायल के राष्ट्रपति इसाक हेरजोग से CNN एंकर बेकी एंडरसन ने जब गाजा पर इजरायली हमले को वॉर क्राइम कहा तो वे बोले, मैं थोड़ा निराश हूं कि आप मुझसे जानबूझकर क्या पूछ रही हैं? क्या आपने (दक्षिणी इजरायल की हालत) नहीं देखा. आपने सबकुछ देखा है. फिर भी अब हम युद्ध अपराधों के बारे में बयानबाजी से शुरुआत कर रहे हैं. क्या वास्तव में? सचमुच? हेरजोग ने दोहराया कि इजरायल अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करता है, अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार संचालित होता है.
मानवीय सहायता भी देने को तैयार नहीं इजरायल
गाजा पट्टी के रिहायशी इलाकों पर हमलों को इजरायल अपना डिफेंस बता रहा है और गाजा के हर नागरिक को अपना दुश्मन मान रहा है. इजरायल के हमलों से या तो गाजा के आम लोग मारे जा रहे हैं या मौत से भी बदतर स्थिति में जी रहे हैं. गाजा में ना बिजली है, ना पानी है, ना पेट्रोल-डीजल है. बस हर तरफ तबाही है. असहाय लोग हैं. खून से लथपथ बच्चे हैं. गाजा के लोगों की हालत देखकर पूरी दुनिया दुखी है और इजरायल को हमले रोकने की गुहार लगा रही है. लेकिन इजरायल के दिल में गाजा पट्टी में रहने वाले लोगों के लिए ना कोई रहम है. और ना कोई हमदर्दी.
इजरायल के एनर्जी मिनिस्टर ने साफ साफ शब्दों में कह दिया है. गाजा को कोई मानवीय सहायता नहीं मिलेगी. बिजली का कोई स्विच चालू नहीं किया जाएगा. पानी का कोई पंप नहीं खुलेगा और जबतक हमास इजरायल के बंधकों को वापस नहीं करेगा, तबतक कोई फ्यूल ट्रक गाजा में नहीं जाएगा. कोई भी उसे नैतिकता का पाठ ना पढ़ाए. इजरायल अब किसी की नहीं सुन रहा. जो युद्ध हमास ने शुरू किया. उसे खत्म करने की जिद में इजरायल ने मानवाधिकार के सारे पाठ भुला दिए हैं. गाजा में मानवाधिकार उल्लंघन और युद्ध अपराध के हर सवाल के जवाब में इजरायल का सिर्फ एक ही जवाब है. जब तक हमास को खत्म नहीं कर देगा. इजरायल नहीं रुकेगा.
गाजा का मानवीय संकट अनदेखी लायक नहीं
इजरायल के हमलों से गाजा में जो मानवीय संकट पैदा हो गया है, उसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, क्योंकि गाजा में बर्बादी की जो तस्वीरें आ रही हैं, उसे देखकर कोई भी कहेगा कि हमास ने इजरायल में जो किया, वो अब इजरायल, गाजा में कर रहा है. गाजा में भी आम लोगों की मौतें हो रही हैं, रिहायशी इलाकों पर हमले हो रहे हैं और गाजा के 23 लाख लोग, हमास और इजरायल की जंग की कीमत चुका रहे हैं.
गाजा के लोग पहले से ही घुट-घुटकर जिंदगी काट रहे थे, अब तो इजरायल ने उनके लिए गाजा को जहन्नुम बना दिया है. जहां ना बिजली है, ना पानी है, ना पेट्रोल है, ना खाने-पीने की चीजें हैं और अगर कुछ दिन और ऐसा चला तो इजरायल के हमलों में गाजा में जितनी मौतें हुईं हैं, उससे कई गुना ज्यादा मौतें भुखमरी से हो जाएंगी, क्योंकि पांच दिन के हमलों ने ही गाजा में साढ़े तीन लाख से ज्यादा लोगों को बेघर कर दिया है.
गाजा से जुड़े कुछ खास सवालों के जवाब भी जान लीजिए
गाज़ा को लेकर ऐसे बहुत से सवाल है जिनका बहुत से लोगों को पता नहीं होगा. आज हम गाज़ा को लेकर आपको EXTRA जानकारी देंगे. जिस गाजा में गदर मचा हुआ है उसी गाज़ा को लेकर हम आपके दिमाग में आने वाले हर सवाल का जवाब देंगे.
1. सबसे पहला सवाल है कि गाजा क्या है?
उत्तर- गाजा इजराइल और भूमध्य सागर के बीच स्थित एक जमीन का टुकड़ा है. जो दो भागों में बंटे फिलिस्तीन क्षेत्र में से एक क्षेत्र है. फिलिस्तीन का दूसरा हिस्सा वेस्ट बैंक कहलाता है.
2. गाजा कहां हैं और क्या ये एक देश है?
उत्तर- दरअसल गाजा भूमध्य सागर के तट पर स्थित 41 किलोमीटर लंबी और 10 किलोमीटर चौड़ी पट्टी है. इसकी सीमाएं मिस्र और इजरायल से लगती हैं. गाजा कोई देश नहीं है, बल्कि ये एक क्षेत्र है, जहां फिलिस्तीनी रहते है.
3. गाजा पर किसका नियंत्रण है?
उत्तर- गाजा पट्टी पर वर्ष 2007 के बाद से आतंकवादी संगठन हमास का नियंत्रण है. हमास ही गाजा में प्रशासन से लेकर तमाम दूसरी चीज़ें संभालता है.
4. गाजा क्यों ख़ास है? ये सवाल भी आपके जहन में आया होगा.
उत्तर- गाजा पट्टी वो क्षेत्र है, जिस पर हमास का नियंत्रण है. इस संगठन के लड़ाके इजरायल के ख़िलाफ़ आक्रामक रुख रखते हैं. इजरायल ने वर्ष 2007 के बाद से मिस्र के साथ मिलकर इस क्षेत्र की नाकेबंदी की हुई है. इजरायल, अमेरिका, EU, ब्रिटेन और कई दूसरे देशों ने हमास को आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है.
5. क्या फिलिस्तीनी लोग गाज़ा छोड़ सकते हैं?
उत्तर- गाज़ा पट्टी में आने जाने पर इजरायल और मिस्र ने प्रतिबंध लगाया हुआ है. इसलिए गाज़ा में रहने वाले लोगों के लिए वहां से बाहर निकलना आसान नहीं है. इस क्षेत्र के लोगों की आवाजाही पर इजराइली सुरक्षा बल, कड़ी निगरानी रखते हैं. निगरानी के लिए सैटेलाइट इमेजिंग तक का सहारा लिया जाता है.
6. गाजा में कितने लोग रहते हैं?
उत्तर- गाजा दुनिया की सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में से एक है. गाज़ा की आबादी करीब 23 लाख है.
7. आपके मन में ये सवाल भी होगा कि गाजा कैसे और कब बना?
उत्तर- ऐतिहासिक रूप से गाजा पट्टी ottoman empire में शामिल थी, लेकिन वर्ष 1918 के बाद इस क्षेत्र पर ब्रिटेन का अधिकार हो गया, जो 1948 तक रहा. इसके बाद वर्ष 1967 तक ये क्षेत्र मिस्र के कब्जे में रहा, लेकिन वर्ष 1967 में हुए मध्य पूर्व के युद्ध के बाद ये क्षेत्र इजरायल के कब्जे में चला गया. वर्ष 2005 में इजरायल ने इस क्षेत्र से अपनी सेना और 7000 लोगों को वापस बुला लिया था. इस क्षेत्र पर वर्ष 2007 के बाद से हमास का नियंत्रण है.
हमने इस विश्लेषण में गाज़ा को लेकर मन में आ रहे हर सवाल का जवाब देने की कोशिश की है. फिलहाल तो इजरायल इस बार गाजा के नक्शे को बदलने की कसम खा चुका है.
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