साल 2024 में यूं तो कई चीजें सुर्खियों में रहीं. लेकिन जिस नाम ने चर्चा में शामिल लोगों को सांस लेने की मोहलत न दी वो हैं इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू. इजरायल हमास युद्ध के बाद जैसी स्थिति बनी है शायद ही कोई दिन बीतता हो जब नेतन्याहू का जिक्र न होता हो. इजरायली पीएम एक बार फिर सोशल मीडिया से लेकर मेन स्ट्रीम मीडिया तक टॉक ऑफ डद टाउन बने हैं दरअसल उनके ऑफिस ने रॉयटर्स की उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया है, जिनमें कहा गया था कि वह गाजा युद्धविराम वार्ता के लिए काहिरा जा रहे हैं.
ध्यान रहे कि समाचार एजेंसी ने पूर्व में बैठकों के बारे में जानकारी देने वाले सूत्रों के हवाले से यह दावा किया था कि आने वाले दिनों में समझौते पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है. क्योंकि गाजा युद्धविराम को लेकर तरह तरह की बातें हो रही हैं नेतन्याहू के प्रवक्ता ने पत्रकारों को बताया है कि, प्रधानमंत्री काहिरा में नहीं हैं.
नेतन्याहू ने अभी हाल ही में सीरियाई हिस्से में माउंट हरमोन का दौरा किया. इस दौरान नेतन्याहू इजरायल की सुरक्षा के प्रति खासे फिक्रमंद नजर आए. उन्होंने कहा कि इजरायली सैनिक निकट भविष्य में सीरिया के अंदर बफर जोन पर कब्जा करेंगे. उन्होंने बताया कि यह तब तक रहेगा जब तक इजरायल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिहाज से कोई अन्य व्यवस्था नहीं मिलती.
इस बीच, हमास भी गाजा युद्धविराम समझौते के पक्ष में बात करता हुआ नजर आ रहा है. हमास ने कहा है कि गाजा युद्धविराम संभव है, लेकिन केवल तभी जब इजरायल नई शर्तें नहीं रखेगा. ज्ञात हो कि यह तब हुआ जब फिलिस्तीनी अधिकारियों ने इस बात का खुलासा किया है कि इजरायल-हमास युद्ध में गाजा में मरने वालों की संख्या 45,000 से अधिक है.
एक ऐसे वक़्त में जब गाजा युद्ध विराम को लेकर चर्चाओं को हवा मिली हो, व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने फॉक्स न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में कहा है कि अमेरिका का मानना है कि दोनों पक्ष लंबे समय से प्रतीक्षित युद्धविराम के करीब पहुंच रहे हैं.
ब्रॉडकास्टर से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, 'हम मानते हैं - और इजरायलियों ने भी यही कहा है कि हम करीब पहुंच रहे हैं, और इसमें कोई संदेह नहीं हैलेकिन हम अपने आशावाद में सतर्क भी हैं. उन्होंने ये भी माना कि, 'हम पहले भी इस स्थिति में रहे हैं, जहां हम इसे अंतिम रेखा तक नहीं पहुंचा पाए.'
जब किर्बी से पूछा गया कि क्या नेतन्याहू वार्ता के लिए काहिरा जा रहे हैं, तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. मिस्र के सरकारी चैनल अल काहेरा न्यूज टीवी ने भी नेतन्याहू की मिस्र यात्रा के दावों का खंडन किया है.
गौरतलब है कि अभी बीते दिनों ही नेतन्याहू को रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के मामले में अदालत में उपस्थित होना था, लेकिन उन्हें असाधारण परिस्थितियों का हवाला देते हुए कार्यवाही से छूट दे दी गई और रोचक ये कि इसका कोई भी विवरण सार्वजनिक नहीं किया गया है.
बहरहाल, जिक्र नेतन्याहू और गाजा में युद्ध विराम का हुआ है. तो ये कब तक होता है? इसका फैसला तो वक़्त करेगा. लेकिन जैसे मौजूदा सूरत ए हाल है. उसे देखकर यही कहा जा सकता है कि, खुद नेतन्याहू इस पहल को टाल रहे हैं. और वो युद्ध विराम को तभी अंजाम देंगे जब उन्हें लगेगा कि ईंट का जवाब पत्थर से दिया जा चुका है.
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Gaza में युद्ध विराम होगा या नहीं? Netanyahu ने अपना फैसला सुना दिया है!