BCCI New Player Policy: भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के खराब प्रदर्शन पर चल रहा हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है. पहले न्यूजीलैंड से अपने ही घर में 3-0 से क्लीन स्वीप मिली. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया से उसी की धरती पर टीम इंडिया 3-1 से मिली हार ने कोढ़ में खाज की स्थिति बना दी. इसमें सबसे ज्यादा बवाल मचा हुआ है विराट कोहली (Virat Kohli) और कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) जैसे सीनियर प्लेयर्स के सुपर फ्लॉप शो पर. उनके अलावा भी कई प्लेयर्स की परफॉर्मेंस स्कैनिंग के दायरे में है. टीम इंडिया (Team India) के इस खराब प्रदर्शन का कारण क्रिकेटर्स का ध्यान खेल के बजाय परिवार और कॉमर्शियल वर्क में केंद्रित रहने को माना जा रहा है. इसके चलते भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (Board For Cricket Control in India) पर कठोर कदम उठाने का प्रेशर बना हुआ है. इस प्रेशर के चलते आखिरकार BCCI ने वो कदम उठा लिया है, जिससे प्लेयर्स पर शिकंजा कसना तय माना जा रहा है. टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ियों के लिए तैयार की गई नई पॉलिसी उन्हें भेजी जा चुकी है.
आइए आपको बताते हैं कि इस नई पॉलिसी के तहत क्या-क्या होगा-
खिलाड़ियों को करना होगा इन गाइडलाइंस का पालन
- हर खिलाड़ी को मैच और प्रैक्टिस सेशन के लिए टीम के बाकी प्लेयर्स के साथ ही स्टेडियम आना-जाना होगा.
- किसी भी प्लेयर को टीम से अलग अपने परिवार के साथ यात्रा करने की मंजूरी नहीं होगी ताकि अनुशासन और टीम भावना बनी रहे.
- सभी प्लेयर्स का घरेलू मैचों में खेलना अनिवार्य होगा. घरेलू मैचों में खेलने पर ही नेशनल टीम में चयन और केंद्रीय अनुबंध के योग्य होंगे.
- किसी भी प्लेयर को सीरीज या विदेशी टूर के दौरान किसी तरह की निजी शूट्स या विज्ञापन में बिना मंजूरी के भाग लेने की अनुमति नहीं.
- क्रिकेटरों को खेल से ध्यान भटकने से बचाने और टीम से जुड़ी अपनी जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए ऐसा किया गया है.
- किसी भी प्लेयर को टूर्नामेंट समाप्ति से पहले घर वापसी की इजाजत नहीं होगी. टूर्नामेंट तय से पहले खत्म होने पर भी वापस नहीं लौटेंगे.
विदेश दौरे पर परिवार नहीं रख पाएंगे साथ
टीम के किसी विदेशी दौरे पर भारत से 45 दिनों से अधिक समय के लिए बाहर होने पर फिलहाल प्लेयर्स को अपना परिवार साथ रखने की सुविधा मिलती है. अब बीसीसीआई ने इस नियम को बदल दिया है. नए नियम में निम्न बातें फॉलो करनी होगी-
- विदेशी दौरे के दौरान खिलाड़ी की पत्नी और 18 साल से कम उम्र के बच्चे को केवल एक बार उनसे मिलने आने की इजाजत होगी.
- भारतीय क्रिकेट टीम का यह दौरा सीरीज के फॉर्मेट (जैसे टेस्ट, वनडे, टी20) के अनुसार होगा.
- लंबे दौरे के दौरान एक बार परिवार के आने पर वे अधिकतम दो हफ्तों (14 दिन) की अवधि के लिए ही प्लेयर के साथ रह सकते हैं.
पर्सनल स्टाफ को लेकर भी लगा दी है पाबंदी
बीसीसीआई ने प्लेयर्स के टूर के दौरान अपने साथ अपने पर्सनल स्टाफ को रखने पर भी रोक लगा दी है. अभी तक कई सीनियर प्लेयर्स अपने साथ पर्सनल मैनेजर, पर्सनल शेफ, पर्सनल सिक्योरिटी आदि स्टाफ लेकर जाते हैं. इनका खर्च ये प्लेयर खुद उठाते हैं, लेकिन ये पूरे समय टीम के साथ रहते हैं. यहां तक कि ये लोग स्टेडियम तक में वीआईपी लाउंज में प्लेयर्स के पास पर एंट्री लेते हैं. अब इस पर रोक लगाते हुए बीसीसाई ने निम्न गाइडलाइंस जारी की हैं.
- खिलाड़ियों को व्यक्तिगत स्टाफ को किसी भी टूर या सीरीज में साथ ले जाने की अनुमति नहीं होगी.
- यदि किसी प्लेयर के लिए ऐसे स्टाफ का साथ रहना जरूरी है तो उसे BCCI से मंजूरी लेनी होगी.
IPL तक से बाहर करने की मिलेगी सजा
बीसीसीआई ने अपनी गाइडलाइंस का पालन नहीं करने वाले प्लेयर्स को सख्त सजा देने की भी तैयारी की है. इस अनुशासनात्मक कार्रवाई में उसे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) तक में खेलने से रोका जा सकता है. संभावित कार्रवाई निम्न हैं-
- खिलाड़ी पर IPL समेत बीसीसीआई की तरफ से आयोजित किसी भी टूर्नामेंट या सीरीज में खेलने से रोका जा सकता है.
- संबंधित खिलाड़ी के रिटेनर अमाउंट (सालाना कांट्रेक्ट फीस) से लेकर उसकी मैच फीस तक में कटौती की जा सकती है.
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