डीएनए हिंदी: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारतीय टीम के सामने जीत के लिए 444 रन का लक्ष्य है. ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 469 रन बनाए और दूसरी पारी को उन्होंने 8 विकेट पर 270 रन बनाकर घोषित कर दी. भारत ने पहली पारी में 296 रन बनाए थे. ऐसे में भारतीय टीम के सामने जीत के लिए 444 रन का लक्ष्य है. पहली पारी में भारतीय बल्लेबाजों ने काफी निराश किया और दूसरी पारी में 400 के ऊपर का स्कोर चेज करना थोड़ा मुश्किल लग रहा है. पहली पारी में टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों ने काफी निराश किया. टॉप ऑर्डर के ढहने के बाद अजिंक्य रहाणे, शार्दुल ठाकुर और रवींद्र जडेजा ने भारतीय टीम को 300 के करीब पहुंचाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया. इसके बाद शार्दुल ठाकुर ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की भी परीक्षा ली.
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रोहित शर्मा ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. भारतीय तेज गेंदबाजों ने टीम को अच्छी शुरुआत दी और अपनी रफ्तार से कंगारू बल्लेबाजों की परीक्षा भी ली. देखें कैसे भारतीय स्पीडस्टर्स ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को परेशान किया.
चौथे दिन आस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी आठ विकेट पर 270 रन बनाकर घोषित की. एलेक्स कारी ने 105 गेंद में 66 और मिचेल स्टार्क ने 47 गेंद में 51 रन बनाए. दोनों ने सातवें विकेट के लिये 120 गेंद में 93 रन की साझेदारी की. पैट कमिंस ने अपना विकेट गिरने के बाद पारी समाप्ति की घोषणा की लेकिन उससे पहले 87 गेंद में 69 रन जोड़े. टेस्ट क्रिकेट में चौथी पारी में सर्वोच्च लक्ष्य 418 रन का रहा है जो सफलतापूर्वक हासिल किया गया जबकि इस मैदान पर 263 रन का सफल चेज का रिकॉर्ड है.
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भारतीय बल्लेबाजों ने किया निराश लेकिन तेज गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया की ली कड़ी परीक्षा