डीएनए हिंदी: कुछ मिडिया रिपोर्टों के मुताबिक एक पूर्व फंड मैनेजर और एक्सिस म्यूचुअल फंड (Axis Mutual Fund) के मुख्य व्यापारी, वीरेश जोशी ने संपत्ति प्रबंधन कंपनी पर मुकदमा दायर किया है. इसमें उन्होंने कथित गलत तरीके से टर्मिनेशन के लिए 54 करोड़ रुपये की मांग की है. वीरेश जोशी ने अपने मुकदमे में एक्सिस म्यूचुअल फंड पर प्रतिभूति कानून के कथित उल्लंघन के तहत गलत तरीके से उसकी नौकरी टर्मिनेट करने का आरोप लगाया है.
एक्सिस एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (Axis Asset Management Company Ltd) 2.43 ट्रिलियन रुपये की संपत्ति के साथ भारत का सातवां सबसे बड़ा म्यूचुअल फंड हाउस है. वीरेश जोशी को सहायक फंड मैनेजर दीपक अग्रवाल के साथ 18 मई को बर्खास्त कर दिया गया था. वीरेश जोशी के वकीलों ने 20 मई को एक्सिस म्यूचुअल फंड को कानूनी नोटिस भेजकर जांच पूरी होने के बावजूद बर्खास्तगी पर विस्तृत स्पष्टीकरण मांगा है.
कंपनी ने बर्खास्तगी की क्या वजह दी?
एक्सिस एएमसी (Axis AMC) ने 18 मई, 2022 को वीरेश जोशी को एक विस्तृत टर्मिनेशन लेटर दिया और पांच कारणों का हवाला दिया कि कंपनी ने उन्हें क्यों बर्खास्त किया था. पत्र में वीरेश जोशी पर प्रतिभूति कानूनों (securities laws) के उल्लंघन का भी आरोप लगाया गया है.
1. वीरेश जोशी ने जांच में सहयोग नहीं किया और जांच एजेंसियों ने उनसे मांगी गई जानकारी नहीं दी.
2. वीरेश जोशी की संपत्ति उनकी कानूनी आय से अधिक थी और उन्होंने 'आय से अधिक संपत्ति' के स्रोत प्रदान नहीं किए.
3. एक पूर्व फंड मैनेजर और मुख्य व्यापारी ने बार-बार जांच दल को मौखिक और लिखित रूप में भी गलत बयान दिया
4 (i). वह एक ईमेल (अपने आधिकारिक और व्यक्तिगत ईमेल आईडी पर) का खुलासा करने में विफल रहा कि किसी ने उसे जनवरी में यह आरोप लगाते हुए भेजा था कि वह फ्रंट-रनिंग में लगा हुआ है.
(ii)फरवरी 2022 में एक्सिस एमएफ को दिए गए एक उपक्रम के विपरीत जांच दल को यह खुलासा नहीं किया कि उनके पास एक व्यक्तिगत ईमेल आईडी थी.
(iii) जांचकर्ताओं को उपर्युक्त व्यक्तिगत ईमेल खाते कंटेंट देने में विफल और उपरोक्त ईमेल खातों में से एक का कंटेट हटाया गया.
क्या हैं वीरेश जोशी के आरोप?
वीरेश जोशी का दावा है कि उन्होंने ही अपने वरिष्ठों को फ्रंट-रनिंग गतिविधि के लिए सचेत किया था. जोशी का दावा है कि उन्होंने उन्हें जून 2021 की शुरुआत में फंड हाउस की ओर से जिन शेयरों में कारोबार कर रहे थे उनमें बढ़ी हुई गतिविधि के बारे में बताया. उन्होंने अपने मुकदमे में कहा कि नवंबर 2021 और जनवरी 2022 के बीच, फंड हाउस की ओर से उनके द्वारा निपटाए गए शेयरों में ट्रेडिंग गतिविधि तेज हो गई. यह, उनका दावा है कि फंड हाउस ने एक जांच शुरू की है. हालांकि, एक्सिस एएमसी (Axis AMC) ने वीरेश जोशी (Viresh Joshi) के व्हिसलब्लोअर होने के दावों का जोरदार खंडन किया है.
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Axis के फंड मैनेजर Viresh Joshi कौन हैं, जिन्होंने अपनी टर्मिनेशन के खिलाफ मुकदमा दायर किया