डीएनए हिंदी: आज के महंगाई के दौर में जहां सबकुछ महंगा हो चुका है वहीं एजुकेशन भी महंगी हो गई है. कई बार हायर एजुकेशन के लिए हमारे पास पर्याप्त अमाउंट नहीं होता ऐसे में हम एजुकेशन लोन (Education Loan) की मदद ले सकते हैं. कई बार लोग एदुक्तैओन लोन की जगह पर पर्सनल लोन लेना ज्यादा बेहतर समझते हैं. आइए जानते हैं कौन सा लोन उनके लिए अच्छा होगा ? आइए इस आर्टिकल में आपके इन सवालों के जवाब देते हैं.
पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन
किसी को भी पढ़ाई के लिए 50 हजार से लेकर 1.5 करोड़ रुपये तक एजुकेशन लोन(Education Loan) मिल सकता है. बैंक एजुकेशन लोन का फंड तभी अप्रूव करता है, जब उसे शैक्षणिक संस्थान की रैंकिंग, फीस की राशि और पाठ्यक्रम से संबंधित अन्य लागतों जैसे- हॉस्टल फीस, बुक प्राइज, उपकरण और लैपटॉप की लागत का बैंक को पता हो. वहीं पर्सनल लोन (Personal Loan) ग्राहक की कमाई और उसके लौटाने के क्षमता पर आधारित होता है. इसमें सिबिल स्कोर बहुत जरूरी होता है. कोई भी बैंक या फाइनेंशियल इंस्टिट्यूट ज्यादा से ज्यादा 40 लाख रुपये तक पर्सनल लोन दे सकते हैं. इसकी मदद से भी आप अपने बच्चे के पढ़ाई का खर्च उठा सकते हैं.
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कितनी होती है ब्याज की दर
अगर पर्सनल लोन की ब्याज दर की बात करें, तो ये एजुकेशन लोन के ब्याज दर की तुलना में ज्यादा है. फिलहाल एजुकेशन लोन की ब्याज दर 8.5 प्रतिशत से लेकर 15 प्रतिशत तक सालाना है. साथ ही, कुछ बैंक छात्रों को 0.5 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट भी देते हैं. वहीं, पर्सनल लोन की ब्याज दर की बात करें तो ये आमतौर पर 10.50 प्रतिशत से शुरु होकर 20 प्रतिशत से ज्यादा होता है. अगर आप सिर्फ शिक्षा के लिए पर्सनल लोन लेते हैं, तो ये आपको महंगा पड़ सकता है.
क्या कोलैटरल/गारंटर की जरुरत पड़ती है?
भारत में 4 लाख रुपये तक के एजुकेशन लोन के लिए किसी भी गारंटर की जरूरत नहीं है. ये केवल एजुकेशन बेस पर ही मिल जाता है. यानी 4 लाख रुपये तक के एजुकेशन लोन के लिए बैंक आपसे किसी भी गारंटर की मांग नहीं करता है. लेकिन इससे अधिक एजुकेशन लोन लेने पर आपको प्रॉपर्टी, बैंक डिपॉजिट, म्यूचुअल फंड और इंश्योरेंस पॉलिसी को सिक्योरिटी के रुप में बैंक को जमा करना होता है. जबकि पर्सनल लोन में ऐसा नहीं होता है.
पेमेंट के लिए कितना मिलता है टाइम पीरियड
एजुकेशन लोन का आप मैक्सिमम 15 साल में पेमेंट कर सकते हैं. लंबी अवधि के कारण इसकी EMI राशि कम होती है जिसे छात्र आसानी से चुका पाते हैं. जबकि पर्सनल लोन को खत्म करने के लिए मैक्सिमम 7 साल का टाइम मिलता है.
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