डीएनए हिंदी: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा प्रचलन से 2,000 रुपये के नोटों को वापस लेने की घोषणा के बाद, 2,000 रुपये के नोटों का आदान-प्रदान 23 मई को शुरू हुआ और तब से, गुलाबी नोटों को सोने में बदलने के लिए काला कारोबार फल-फूल रहा है. दरअसल हाल ही में Zee News ने एक 'ऑपरेशन पिंक' (Operation Pink) स्टिंग ऑपरेशन किया. इसमें राष्ट्रीय राजधानी में शीर्ष रैंक के ज्वैलर्स द्वारा चलाए जा रहे इस काले धन के कारोबार का पर्दाफाश कर दिया है.
जिस तरह 2016 में नोटबंदी के बाद हुआ था, उसी तरह एक बार फिर बाजार में 2,000 रुपये के नोटों को अवैध तरीकों से सफेद रंग में बदला जा रहा है. राष्ट्रीय राजधानी में कई जाने-माने ज्वैलर्स 2,000 रुपये के नोटों के बदले बाजार दर की तुलना में अधिक कीमतों पर सोना बेच रहे हैं.
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पीपी ज्वैलर्स (PP Jewellers) और त्रिभुवनदास भीमजी झवेरी (Tribhovandas Bhimji Zaveri) जैसे कुछ प्रसिद्ध स्वर्ण व्यापारी 2,000 रुपये के नोटों के अवैध आदान-प्रदान में शामिल पाए गए. जी न्यूज के 'ऑपरेशन पिंक' ने इन रिटेल चेन द्वारा 'गुलाबी नोटों' को सोने में बदलने के काले धंधे का सच उजागर किया है.
पिंक ऑपरेशन से पता चला कि जहां सोने की मौजूदा कीमत करीब 63,000 रुपये प्रति 10 ग्राम है, वहीं ज्वैलर्स 2,000 रुपये के नोटों से सोना खरीदने पर 70,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक चार्ज कर रहे हैं.
ज़ी न्यूज़ के स्टिंग ऑपरेशन में आगे खुलासा हुआ कि 2,000 रुपये के नोट को चलन से वापस लेने का केंद्र का फैसला इन ज्वैलर्स के लिए अपने काले कारोबार को फलने-फूलने का सुनहरा मौका बन गया है. इसके अलावा, स्टिंग ऑपरेशन से यह भी पता चला कि इन ज्वैलर्स ने 2,000 रुपये के नोटों को बदलने के नाम पर काले धन को सफेद करने के कारोबार का महिमामंडन किया है. इससे भी ज्यादा हैरानी की बात यह है कि ये ज्वैलर्स इस बात की गारंटी दे रहे हैं कि वे ग्राहक को फंसने नहीं देंगे.
ज्वैलर्स बिना किसी डर के काला कारोबार चलाते हैं
संसद और आरबीआई कार्यालय (RBI) के 20 किमी के दायरे में केंद्र सरकार की नाक के नीचे काला कारोबार फल-फूल रहा है. पीतमपुरा की तरह, दिल्ली के करोल बाग में पीपी ज्वैलर्स (PP Jewellers) की दुकान 10 ग्राम सोना खरीदने के लिए 3,000 रुपये अधिक ले रही है.
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क्या है 'Operation Pink'? जिसने दुकानदारों के काले धंधे का किया पर्दाफाश