डीएनए हिंदी: नितिन कामथ (Nithin Kamath) और निखिल कामथ (Nikhil Kamath) की कहानी बड़ी फिल्मी है. दोनों भाइयों ने दुनिया को साबित कर दिया जहां डिग्री पर बहुत जोर दिया जाता है. आज इनकी सफलता कि कहानी सबकी जुबां पर है. दोनों भाइयों ने मिलकर एक फिनटेक कंपनी, ज़ेरोधा (Zerodha) शुरू करने से लेकर उसे बड़ा बनाने तक का सफर तय किया. इस वित्तीय वर्ष में जेरोधा ने 2,000 करोड़ रुपये से अधिक का लाभ कमाया. यह ऐसे समय में है जब स्टार्टअप तेजी से बर्न रेट को फैशनेबल पा रहे हैं.
दोनों भाइयों में निखिल कामथ छोटे हैं. पिछले साल उन्होंने हुरुन सेल्फ मेड रिच लिस्ट 2022 में टॉप पर जगह बनाई थी. उस वक्त उनकी नेटवर्थ 17,500 करोड़ रुपये थी. निखिल जब 34 साल के थे तब वह 2021 में अरबपति बने. बता दें कि बचपन में निखिल को स्कूल जाना बिलकुल पसंद नहीं था. उन्हें स्कूल में पढ़ाई के दौरान लगा कि सबको एक ही लकीर सिखाई जा रही जिसका कोई मतलब उन्हें समझ नहीं आया.
निखिल कामथ ने 14 साल की उम्र में की पहली कमाई
निखिल कामथ ने 14 साल की उम्र में इस्तेमाल किए गए फोन बेचना शुरू कर दिया. इस कारोबार को देखकर उनकी मां परेशान हो गईं और सारे फोन टॉयलेट में फ्लश कर दिए. वहीं कामथ का पढ़ाई में मन नहीं लगने कि वजह से स्कूल मैनेजमेंट भी काफी परेशान था. जिसकी वजह स्कूल मैनेजमेंट निखिल कामथ को क्लास 10 की बोर्ड परीक्षा में बैठाने से इनकार कर रहा था. फिर क्या था निखिल ने बीच में ही स्कूल छोड़ दिया.
आखिर में उन्होंने कमाई के लिए 17 साल की उम्र में, 8000 रुपये के मामूली वेतन पर एक कॉल सेंटर में नौकरी हासिल की. नौकरी पाने के लिए उन्होंने अपना नकली जन्म प्रमाण पत्र बनवा लिया और अपने माता-पिता का घर छोड़कर अपनी प्रेमिका के साथ रहने लगा.
निखिल कामथ ने ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे को बताया कि "मैंने शाम 4 बजे से 1 बजे तक कॉल सेंटर में काम किया, और सुबह मैं ट्रेडिंग में हाथ आजमाता था."
हालांकि, उनके पिता को हमेशा उन पर विश्वास था. इस दौरान उन्होंने निखिल कामथ को अपने पैसों को संभालने के लिए अपनी पूरी बचत दे दी. बाद में उन्होंने अपने कॉल सेंटर के कर्मचारियों को भी ऐसा करने के लिए मना लिया. उन्होंने बताया कि उन्होंने कभी काम नहीं किया लेकिन कर्मचारी उनके प्रेजेंट को मार्क कर देते थे और इस दौरान वह उनके पैसों का निवेश करते थे. साल 2010 में उन्होंने आखिरकार अपनी कंपनी Zerodha को लॉन्च कर दिया.
उन्होंने कहा कि एक अरबपति होने के नाते उनके बारे में एक चीज नहीं बदली है - वह अभी भी अपना 85 प्रतिशत समय काम करने में लगाते हैं.
IIT और IIM के स्टूडेंट्स को नहीं देते हैं नौकरी
ज़ेरोधा एक ट्रेडिंग एप्लिकेशन है जिसकी यूएसपी यह है कि यह शुल्क के रूप में बहुत कम पैसे लेता है. इसने 2094 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया. हैरानी कि बात है कि कंपनी में आईआईटी (IIT) या आईआईएम (IIM) से कोई कर्मचारी नहीं है. नितिन कामथ ने इसके पीछे कि वजह बताई. उन्होंने कहा कि प्रतिष्ठित डिग्री वाले लोग कंपनी के लिए सबसे अच्छा क्या है इस पर नहीं सोचते हैं वह अपना करियर ग्रोथ देखते हैं. कंपनी का एट्रिशन रेट भी बहुत कम है. कंपनी के कम से कम 1 करोड़ यूजर्स हैं.
नितिन कामथ और निखिल कामथ कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये का वेतन पैकेज कमाते हैं. इसमें बेस सैलरी 4.16 करोड़ रुपए, 2 करोड़ रुपए हाउसिंग रेंट, 1.6 करोड़ रुपए अन्य भत्तों और 41 लाख रुपए अतिरिक्त भत्ते शामिल हैं.
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कभी फोन बेचकर करता था गुजारा, आज है अरबपतियों की लिस्ट में शामिल, जानिए Nikhil Kamath की कहानी