डीएनए हिंदी : नागपुर में हाल में हुए क्रिप्टोकरेंसी निवेश (Cryptocurrency Investment)से जुड़ी चालीस करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में रविवार को सात और गिरफ्तारियां हुईं. इसके साथ ही कुल गिरफ्तारियों की संख्या 11 हो गई. एक दिन पहले पुलिस ने पुणे के लोनावला से मुख्य अभियुक्त निशिद वासनिक और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया था.
शानदार जीवनशैली जीता था मुख्य अभियुक्त
केस की पड़ताल कर रहे एक अधिकारी के मुताबिक़ वासनिक बहुत शानदार जीवनशैली जीता था जिसके सहारे वह लोगों को रिझाता था. साथ ही अपने फर्म में निवेश करने के लिए उकसाता था. उसने लगभग 2000 लोगों को अपने फर्म में निवेश के लिए शिकार बनाया था. उसका कहना था कि उसकी कंपनी ईथर क्रिप्टोकरेंसी में डील करती है. वह फर्म की वेबसाइट पर चालाकी से आंकड़े के खेल का इस्तेमाल करते हुए इन निवेश की गई रकमों में लगातार वृद्धि दिखाता रहा जबकि सारे पैसे अपने अकाउंट में भेजता रहा. गिरफ़्तार हुए सभी ग्यारह लोगों पर IPC की धोखाधड़ी और सूचना तकनीक से जुड़ी हुई धारा लगाई गई है. अधिकारी के मुताबिक़ ने क्रिप्टोकरेंसी(Cryptocurrency) पर मध्यप्रदेश के पंचमढ़ी में एक सेमीनार भी करवाया था.
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क्रिप्टोकरेंसी की धोखाधड़ी के बढ़ते मामले
क्रिप्टोकरेंसी(Cryptocurrency) की धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों में पिछले दिनों यूट्यूब के ज़रिये धोखाधड़ी का मामला भी सामने आया था. कुछ हैकर्स ने क्रिप्टो पर बात करने वाले इन्फ्लुएंसर का अकाउंट हैक कर लिया था और उन्हें एक संलग्नित लिंक के सहारे पैसे ट्रांसफर करने का निर्देश किया था. यह लिंक एक वॉलेट से जुड़ा हुआ था. माना जाता है कि हैकर्स ने यूट्यूब सर्वर के साथ कुछ गड़बड़ी करके हैक किये हुए अकाउंट्स पर वीडियो मैसेज प्रसारित किया था.
क्रिप्टोकरेंसी अनियंत्रित और अनियमित मुद्रा है जो भारत सहित कई देशों में अवैध है. हालांकि हाल में भारत की वित्त मंत्री ने इससे हुई आय पर तीस प्रतिशत कर लगाने की बात की पर यह स्पष्ट तौर पर ज़ाहिर किया कि इससे मुद्रा नियमित या वैध नहीं हो जाएगी.
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