डीएनए हिंदी: सेबी ने आईपीओ (IPO) मानदंडों में बदलाव किया है ताकि वास्तविक संस्थाएं ही आईपीओ में भाग ले सकें. सेबी (SEBI) की ओर से इसके लिए एक सर्कुलर भी जारी किया है. सेबी की ओर से जारी किए गए नए नियम एक सितंबर के बाद ओपन होने वाले आईपीओ पर लागू होंगे. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर सेबी की ओर से आईपीओ आवेदन (IPO Application) में किस तरह के बदलाव किए हैं.
सेबी ने आईपीओ आवेदन में किए बदलाव
1) पब्लिक इश्यू में एएसबीए (एप्लीकेशन सपोर्टिड ब्लॉक अमाउंट) आवेदनों को तब तक आगे नहीं बढ़ाया जाएगा जब तक निवेशक के बैंक अकाउंट में एप्लीकेशन अमाउंट ब्लॉक नहीं हो जाता.
2) सेबी के अनुसार स्टॉक एक्सचेंज अपने इलेक्ट्रॉनिक बुक बिल्डिंग प्लेटफॉर्म में एएसबीए एप्लिकेशन को केवल ब्लॉक किए गए एप्लिकेशन मनी पर अनिवार्य पुष्टि के साथ स्वीकार करें.
3) यह नियम सभी कैटेगिरी रिटेल, योग्य संस्थागत खरीदार, गैर-संस्थागत निवेशक और अन्य आरक्षित कैगेगिरी के आवेदकों पर लागू होंगे.
4) प्रोसेस में शामिल सभी स्टेक होल्डर्स को सलाह दी गई है कि वे इस सर्कुलर का पालन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं. मर्चेंट बैंकर इस संबंध में सभी स्टेक होल्डर्स के साथ कोर्डिनेशन स्थापित करेंगे.
5) यह सर्कुलर 01 सितंबर, 2022 को या उसके बाद खुलने वाले पब्लिक इश्यू पर लागू होगा.
दिसंबर 2009 में, सेबी ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) को छोड़कर सभी कैटेगिरी के निवेशकों के लिए पब्लिक इश्यू में एएसबीए की सुविधा निर्धारित किया था. मई 2010 में, नियामक ने क्यूआईबी को सुविधा प्रदान की थी.
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क्या है एएसबीए?
एएसबीए एक निवेशक द्वारा किया गया एक आवेदन है जिसमें स्व-प्रमाणित सिंडिकेट बैंक (एससीएसबी) को किसी इश्यू का सब्सक्रिशन लेने के लिए बैंक अकाउंट में आवेदन राशि को ब्लॉक करने का अधिकार है. यदि कोई निवेशक एएसबीए के माध्यम से आवेदन कर रहा है, तो उसके आवेदन का पैसा बैंक खाते से तभी डेबिट किया जाएगा जब आवंटन के आधार को अंतिम रूप देने के बाद उसके आवेदन को आवंटन के लिए चुना जाता है.
बेहतर समस का वेट कर रहे हैं कई आईपीओ
फैब इंडिया, आधार हाउसिंग फाइनेंस, गो एयरलाइंस, फार्मेसी, ओरावेल स्टेज (ओयो), ड्रूम, एबिक्स, जेमिनी एडिबल्स एंड फैट्स इंडिया, फाइव स्टार बिजनेस फाइनेंस, टीवीएस सप्लाई चेन सॉल्यूशंस, मैकलेड्स फार्मास्युटिकल्स, नवी टेक्नोलॉजीज, जॉयलुक्कास इंडिया और केएफआईएन टेक्नोलॉजीज जैसी कई कंपनियां है जो बाजार के स्टेबल या बेहतर होने का इंतजार कर रही है. इनमें कुछ कंपनियां सितंबर के महीने में अपना आईपीओ ला सकती हैं.
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