डीएनए हिंदी: देश के सबसे बड़े उद्योगपतियों में शामिल रतन टाटा (Ratan Tata) को एक विनम्र व्यक्ति माना जाता है. इसके चलते उनके कर्मचारी तक उनकी तारीफ करते हैं. कुछ इसी तरह अब उनके असिस्टेंट शांतनु नायडू (Shantanu Naidu) भी खूब सुर्खियां हासिल कर रहे हैं. शांतनु कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से भारत लौटने के बाद रतन टाटा के साथ काम करने की एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है.
नायडू ने की रतन टाटा की तारीफ
नायडू ने अपने मोटोपॉज के आइडिया को साझा करते हुए बताया कि रतन टाटा को उनका यह आइडिया बहुत पसंद आया. शांतनु नायडू की कंपनी मोटोपॉज (Motopaws) आवारा कुत्तों की मदद करने के लिए रिफ्लेक्टिव कॉलर्स बनाती है.
शांतनु नायडू ने बताया कि रतन टाटा की दयालुता और निस्वार्थ भाव से काम करना वाकई में इंस्पिरेशनल है. वो लोगों की मदद करने के बदले में उनसे कुछ भी वापस पाने की उम्मीद नहीं करते हैं. उन्होंने बताया है कि टाटा दिन भर में कई लोगों की मदद करने के बाद इसके बारे में भूल जाते हैं.
हर दिन कुछ नया सीखते हैं नायडू
शांतनु नायडू ने बताया कि रतन टाटा हमेशा अपने वादे निभाते हैं. नायडू कहते हैं कि उनके बॉस से वो हर रोज कुछ ना कुछ सीखते हैं. गौरतलब है कि शांतनु नायडू ने 'आई केम अपॉन ए लाइटहाउस' ('I Came Upon a Lighthouse') बुक भी लिखी है. इस बुक में उन्होंने रतन टाटा के साथ अपने एक्सपीरिएंस के बारे में भी बताया गया है. वो 2018 से डेप्युटी जनरल मैनेजर के तौर पर काम कर रहे हैं.
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