डीएनए हिंदी: पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) की कीमतों के बढ़ने की घोषणाएं होते ही लोग कीमतें लागू होने से पहले पेट्रोल पंपों पर फ्यूल टैंक फुल कराने पहुंच जाते हैं. उत्तर प्रदेश चुनावों (UP Election 2022) के अंतिम चऱण के मतदान खत्म होने और एग्जिट पोल्स (Exit Poll) जारी होने के बाद लोग पेट्रोल के दाम बढ़ने की आशंका के चलते पेट्रोल पंपों पर पहुंच गए. इसका नतीजा यह हुआ कि अमूमन जल्दी बंद हो जाने वाले पेट्रोल पंप भी आधी रात तक खुले रहे. ऐसे में पेट्रोल के दाम तो नहीं बढ़े लेकिन इन आशंकाओं के चलते पेट्रोल पंप मालिकों की कमाई में बढ़ोतरी की संभावनाएं जताई जा रही है. 

दाम बढ़ने की संभावनाएं

दरअसल, यूपी में अंतिम चरण के मतदान के बाद पेट्रोल-डीजल के दामों के बढ़ने की संभावनाएं थी. इसके चलते दिल्ली से लेकर यूपी तक के पेट्रोल पंप आधी रात तक खुले रहे. वहीं पेट्रोल भरवाने को लेकर लंबी लाइन तक लगी रही. खास बात यह है कि डीजल के दाम बढ़ने की आशंकाओं के बीच किसानों ने भी अपने ट्रैक्टरों और खेती संबंधी उपकरणों के टैंक फुल करा लिए.

रिकॉर्ड स्तर पर है कच्चे तेल की कीमतें

कल सुबह तक रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के कारण वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की  कीमते 100 डॉलर के पार चल रही थीं. वहीं अमेरिका (America) द्वारा रूसी तेल पर प्रतिबंध लगाने के संकेतों के चलते कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतें  139 डॉलर प्रति बैरल से भी अधिक हो गई है. अपनी खपत के लिए आयात पर निर्भर रहने वाले भारत का कच्चे तेल का आयात बिल बढ़ रहा है. ऐसे में संभावनाएं जताई जा रही हैं कि भारत में  पेट्रोल डीजल की कीमतों में करीब 15-25 रुपये की बढ़ोतरी हो सकती है. 

चुनाव के कारण थमे दाम !

पिछले लगभग चार महीनों से पेट्रोल-डीजल के दामों में में बढ़ोतरी नहीं हुई है. दूसरी ओर वैश्विक स्तर पर क्रूड ऑयल की कीमतें आसमान छू रही हैं. ऐसे में यह माना जा रहा था कि उत्तर प्रदेश समेत 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों के चलते पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं बढ़े लेकिन मतदान की समाप्ति के साथ ही कीमतें बढ़ सकती हैं. यही कारण है कि मतदान की समाप्ति के बाद पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने की आशंका के पेट्रोल  पंपो पर आधी रात तक भारी भीड़ देखी गई और लोगों ने अपने वाहनों के टैंक फुल करवाए. हालांकि दामों में बढ़ोतरी का कोई ऐलान नहीं हुआ है. 

राहुल गांधी ने किया था ट्वीट  

खास बात यह है कि कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भी पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी के संकेत देते हुए मोदी सरकार पर हमला बोला था. उन्होने अपने एक ट्वीट में लिखा था कि लोग फटाफट पेट्रोल टैंक फुल करावा लें क्योंकि मोदी सरकार का चुनावी ऑफर खत्म होने जा रहा है. इसके जरिए राहुल ने यह जताने की कोशिश की थी कि पिछले वर्ष नवंबर में सरकार ने पेट्रोल-डीजल से टैक्स हटाकर जो दाम घटाए थे वो चुनावी लिहाज से लिया गया फैसला था.

70 फीसदी तक बढ़ी बिक्री

पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने की इन्हीं आशंकाओं के बीच राजधानी दिल्ली से लेकर चंडीगढ़, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ और बागपत समेत महानगरों में लोग आधी रात तक पेट्रोल पंपों में अपने वाहनों के टैंक फुल कराते नजर आए. नतीजतन जो पेट्रोल पंप अमूमन रात में 9-10 बजे तक बंद हो जाते हैं वो भी आधी रात तक खुले रहे. ऐसे में महानगरों के पेट्रोल पंपों में बंपर बिक्री देखने को मिली. वहीं चंडीगढ़ में तो एक दिन की बिक्री में 70 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि हुई है.

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कुछ इसी तरह यूपी के मुजफ्फरपुर ज‍िले के सभी पेट्रोल पंपों से प्रतिदिन चार लाख लीटर पेट्रोल और 70 लाख लीटर से अधिक डीजल की बिक्री होती है लेकिन वर्तमान में 20 फीसदी की बढ़ोतरी होने से 4.80 लाख लीटर पेट्रोल और 84 लाख लीटर डीजल की बिक्री हो रही है. इसकी एक बड़ी वजह पेट्रोल-डीजल की कीमतों में होता उछाल माना जा रहा है.

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The price did not increase but the petrol pump owners earned a lot
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मतदान समाप्ति के बाद पेट्रोल-डीजल के बढ़ने की थी आशंका
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पेट्रोल-डीजल के दाम में कटौती
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पेट्रोल-डीजल के दाम में कटौती

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