डीएनए हिंदी: मोदी सरकार 2.0 (Modi Government) के बजट (Budget-2022) में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कुछ बड़े ऐलान किए हैं. इसमें किसानों से लेकर बेरोजगारों, विकास, शिक्षा और रक्षा समेत सभी मुद्दों को तरजीह दी गई है. वहीं वित्त मंत्री ने कसटम ड्यूटी (Custom Duty) में बदलाव किए हैं. ऐसे में अब लोगों के मन में यही सवाल है कि देश में कौन सी चीज सस्ती होगी और कौन सी महंगी. यह जानना आपके लिए आवश्यक है.
महंगी होंगी ये दवाएं
वित्त मंत्री के ऐलान के बाद लोगों के मन में यह सवाल है कि आखिर क्या सस्ता हुआ है और क्या मंहगा यह हम आपको बताएंगे. इस बजट से सामने आया है कि भारत में बनाई जाने वाली और इम्पोर्ट होने वाली दवा महंगी होगी. वहीं चमड़े का सामान सस्ता हो जाएगा. इसके अलावा बजट इलेक्ट्रॉनिक आइटम खरीदने वालों को भी राहत होगी.
सस्ती होगी ज्वैलरी
गहना खरीदने वाले आम आदमी को बड़ी राहत मिली है क्योंकि गहना सस्ते होने का ऐलान भी वित्त मंत्री द्वारा ही किया गया है. है. दूसरी तरफ कच्चे हीरे का आयात कर मुक्त, निर्यात बढ़ाने के लिए नकली गहनों पर 400 /किलो ड्यूटी हुई है. मेथोनॉल पर ड्यूटी कम की जाएगी और सोडियम सायनाइड पर ड्यूटी बढ़ेगी.
सस्ता हुआ यह सामान
बजट के अनुसार चमड़ा, कपड़ा, खेती का सामान, पैकेजिंग के डिब्बे, मोबाइल फोन चार्जर और जेम्स एंड ज्वैलरी सस्ते होंगे. इसके अलावा एमएसएमई को मदद पहुंचाने के लिए स्टील स्क्रैप पर कस्टम ड्यूटी की छूट को 1 साल के लिए बढ़ा दिया गया है. मेथानॉल पर भी कस्टम ड्यूटी को घटाया गया है. मोबाइल फोन के चार्जर, ट्रांसफॉर्मर आदि पर कस्टम ड्यूटी में छूट दी गई है, ताकि घरेलू मैन्युफैक्टरिंग को बढ़ावा मिले.
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इन चीजों में लगी महंगाई की आग
वहीं अगर बजट के अनुसार महंगी चीजों की बात करें तो कैपिटल गुड्स पर आयात शुल्क में छूट को खत्म करते हुए 7.5 फीसदी आयात शुल्क लगा दिया गया है. वहीं इमिटेशन ज्वैलरी पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाई गई ताकि इसके आयात को कम किया जा सके. विदेशी छाता भी महंगा होगा. वहीं इस साल अक्टूबर से बिना ब्लेंडिंग वाले फ्यूल पर 2 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से एक्साइज ड्यूटी लगेगी.
इसके अलावा वित्त मंत्री ने कहा है कि बिना मिश्रण वाले ईंधन पर एक अक्टूबर से दो रुपये लीटर अतिरिक्त उत्पाद शुल्क लगेगा, इसका मकसद पेट्रोल और डीजल में जैव ईंधन के मिश्रण को बढ़ावा देना है.
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