Microsoft Layoffs: टेक वर्ल्ड में लगातार कर्मचारियों की छंटनी चल रही है. दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने भी दोबारा छंटनी करने की घोषणा की है. कंप्यूटर विंडोज बनाने के लिए मशहूर माइक्रोसॉफ्ट करीब 6,800 कर्मचारियों की छंटनी करेगी. इसकी पुष्टि माइक्रोसॉफ्ट के एक प्रवक्ता ने मीडिया से बातचीत में की है. हालांकि कंपनी ने इसे छंटनी मानने से इंकार किया है. कंपनी ने इसे बड़े पैमाने पर हो रहे वर्किंग कल्चर में बदलाव का हिस्सा बताया है, जिससे माना जा रहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर तेजी से जोर दे रही माइक्रोसॉफ्ट में छंटनी का कारण यही बदलाव बना है. कंपनी ने फिलहाल इस पर कुछ नहीं कहा है, लेकिन कंपनी ने इसे बदलते बाजार में प्रतिस्पर्धी बने रहने की दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा है. हालांकि माइक्रोसॉफ्ट के इस फैसले पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि कंपनी ने हाल ही में बड़े मुनाफे की घोषणा की है.
आइए आपको 5 पॉइंट्स में इस बारे में सबकुछ बताते हैं-
1. पूरी दुनिया में 3% कर्मचारियों को हटाएगी माइक्रोसॉफ्ट
माइक्रोसॉफ्ट के प्रवक्ता ने सीएनबीसी से बातचीत में छंटनी की पुष्टि की है. पूरी दुनिया में माइक्रोसॉफ्ट के लिए काम कर रहे 2.28 लाख कर्मचारियों में से 3% वर्कफोर्स को हटाए जाने की तैयारी की गई है. इस लिस्ट में ऊपर से नीचे तक सभी लेवल के कर्मचारी शामिल होंगे, जिनकी संख्या करीब 6,800 बताई जा रही है.
2. छंटनी के बाद 2 साल तक वापसी नहीं
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट ने जिन कर्मचारियों को छंटनी की लिस्ट में शामिल किया है, उन्हें 60 दिन का वेतन दिया जाएगा. साथ ही इन कर्मचारियों की रिवॉर्ड और बोनस भी दिया जाएगा. यदि किसी कर्मचारी को उस लिस्ट में शामिल किया गया है, जिसमें प्रदर्शन के कारण छंटनी हुई है तो उसे 2 साल तक माइक्रोसॉफ्ट में दोबारा नौकरी नहीं मिलेगी.
3. छंटनी में नहीं जाना तो PIP में होना होगा शामिल
छंटनी लिस्ट में शामिल कर्मचारी अपने लिए प्रदर्शन सुधार योजना (PIP) का विकल्प भी चुन सकते हैं. इसके तहत उन्हें एक तय समय के अंदर अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा. यदि प्रदर्शन में सुधार नहीं होता है तो उसे बाहर जाना होगा और ऐसे में उसे किसी दूसरे पैकेज का लाभ नहीं मिलेगा. इसके अलावा कर्मचारी को 16 सप्ताह के विच्छेद वेतन के साथ ग्लोबल वॉलंटरी सेपरेशन एग्रीमेंट लेने का भी मौका मिलेगा.
4. साल 2023 में भी की गई थी 10 हजार की छंटनी
माइक्रोसॉफ्ट में यह पहला मौका नहीं है, जब इतने बड़े पैमाने पर छंटनी की गई है. इससे पहले साल 2023 में भी कंपनी ने 10,000 कर्मचारी निकाल दिए थे. माइक्रोसॉफ्ट ने अप्रैल महीने में ही इस छंटनी के संकेत दे दिए थे. कंपनी की CFO एमी हुड ने कहा था कि कंपनी हाई परफॉर्मेंस टीमों के निर्माण पर ध्यान देगी और मैनेजरों की संख्या घटाएगी. इसमें सेंट्रल मैनेजमेंट लेवल के पद ज्यादा प्रभावित हुए हैं. कंपनी इसके बजाय इंजनीयरिंग से जुड़े पदों को बढ़ावा देगी.
5. क्या AI के कारण हुई है कंपनी में छंटनी?
टेक इंडस्ट्री से जुड़े लोगों ने इस छंटनी का कारण तेजी से बढ़ी AI पर निर्भरता को बताया है. माइक्रोसॉफ्ट प्रवक्ता ने इसे सीधे तौर पर खारिज नहीं किया है. प्रवक्ता ने कहा कि यह छंटनी AI, क्लाउड कंप्यूटिंग और ग्राहकों की बदलती मांग के प्रभाव में बदलते बाजार में प्रतिस्पर्धी बने रहने की रणनीति का हिस्सा है. बता दें कि कंपनी AI डेवलपमेंट पर भारी निवेश कर रही है. कंपनी ने इस फाइनेंशियल ईयर में करीब 80 अरब डॉलर की मोटी रकम AI सर्विसेज के लिए डाटा सेंटर का विस्तार करने पर खर्च करने की प्लानिंग की है. इस निवेश के चलते कंपनी की फाइनेंशियल शीट दबाव में है. यही कारण है कि अप्रैल में समाप्त तिमाही में करीब 25.8 अरब डॉलर की शुद्ध आय करने के बावजूद कंपनी ने छंटनी की तैयारी की है.
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Microsoft कंपनी का ऑफिस. (फाइल फोटो)
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