डीएनए हिंदी: देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम यानी एलआईसी (LIC) का IPO मार्च के अंत तक आ रहा है. यह देश का अबतक का सबसे बड़ा IPO होगा. आज एलआईसी आईपीओ को लेकर कैबिनेट ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने एलआईसी के आईपीओ में विनिवेश को सरल बनाने को लेकर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) नीति में बदलाव किया है.
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आज यानी कि शनिवार को भारतीय जीवन बीमा निगम में ऑटोमैटिक रूट के तहत 20 प्रतिशत तक एफडीआई की अनुमति दे दी है. सूत्रों के हवाले से पता चला है कि एलआईसी को 20 प्रतिशत तक एफडीओ की इजाजत दी गई है.
क्या कहते हैं SEBI के नियम?
बाजार नियामक सेबी (SEBI) नियमों के मुताबिक आईपीओ पेशकश के तहत विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (FPI) और एफडीआई दोनों की इजाजत है. हालांकि एलआईसी अधिनियम में विदेशी निवेश के लिए किसी भी तरह का कोई प्रावधान नहीं है इसलिए विदेशी निवेशक भागीदारी के संबंध में प्रस्तावित एलआईसी आईपीओ को सेबी के मानदंडों के हिसाब से बनाने की जरूरत है. कैबिनेट ने पिछले साल जुलाई में एलआईसी के आईपीओ को मंजूरी दी थी. इस आईपीओ के लिए एलआईसी ने बाजार नियामक सेबी के समक्ष अप्लाई किया है. माना जा रहा है कि मार्च के अंत तक एलआईसी का आईपीओ आ जायेगा.
एलआईसी आईपीओ में निवेशकों को रुचि
रूस-यूक्रेन के बीच जंग होने की वजह भारतीय शेयर बाजार बुरी तरह टूटा है. इस बीच सुनने में आ रहा था कि एलआईसी का आईपीओ मार्च के बाद आ सकता है. इस पर वित्तमंत्री ने कहा है कि एलआईसी के आईपीओ की जो तारीख है वह उसी पर आएगा. इसी वजह सरकार इस इश्यू को लेकर आगे बढ़ रही है.
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LIC IPO : विदेशी निवेश को मिली सरकार की मंजूरी, 20% तक कर सकेंगे निवेश