डीएनए हिंदीः भारतीयों को दबदबा वैश्विक स्तर की कंपनियों में किस स्तर का है ये आप गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, ट्विटर जैसे ब्रांड्स के प्रमुख बन बैठे भारतीय मूल के लोगों को देखकर समझ सकते हैं. अभी कुछ दिन हुए हैं ट्विटर की कमान जैक डॉर्सी से छीनकर भारतीय मूल के पराग अग्रवाल को दी गई है. वहीं वैश्विक स्तर की फ्रांसिसी फैशन डिजाइनिंग लग्जरी ग्रुप शनैल का सीईओ भारतीय मूल की लीना नायर को बनाया गया है जो कि भारतीयों के लिए एक और गर्व का विषय है.
यूनिलीवर में थीं सीएचआरओ
आपको बता दें कि फ्रांसिसी फैशन ब्रांड की प्रमुख बनने से पहले अभी तक वह यूनिलीवर की मुख्य मानव संसाधन अधिकारी (CHRO) थीं, लेकिन अब उन्होंने इस्तीफा दे दिया है. शनैल ने बताया है कि लीना नायर जनवरी से यानी नए साल से ग्रुप में शामिल होंगी. ग्लोबल कंज्यूमर गुड्स कंपनी में भारतीय मूल की लीना नायर ने करीब 30 साल काम किया है. उन्होंने झारखंड के जमशेदपुर स्थित जेवियर्स स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (XLRI) से पढ़ाई (1990-92) की है और वहां से गोल्ड मेडल भी जीता है.
महिलाओं को पुनः बनाया वर्कफोर्स का हिस्सा
लीना को कई एचआर एंटरवेंशन के लिए श्रेय मिला है. इनमें से एक 'कैरियर बाई चॉइस' भी था. यह एक ऐसा प्रोग्राम था, जिसका मकसद ऐसी महिलाओं को वर्कफोर्स का हिस्सा बनाना था, जिन्होंने अपना करियर कहीं पीछे छोड़ दिया है. लीना ने उन महिलाओं को वापस वर्कफोर्स का हिस्सा बनाने के लिए कई अभियान भी चलाए थे.
महाराष्ट्र की हैं मूल निवासी
आपको बता दें कि लीना नायर का जन्म साल 1969 में कोल्हापुर में हुआ था. उन्होंने अपनी पढ़ाई कोल्हारपुर के ही एक कॉन्वेंट स्कूल से की थी. इसके साथ ही उन्होंने 2013 में लंदन का रुख किया और फिर इसके बाद 2016 में वह यूनीलिवर की पहली महिला और सबसे कम उम्र की सीएचआरओ बनीं. इसके साथ ही वो भारत का नाम वैश्विक पटल पर रौशन करने लगीं. वहीं अब वो 1 जनवरी 2022 से शनैल में ज्वाइनिंग लेंगी.
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