डीएनए हिंदी: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बीते शनिवार को पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी में 8 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 6 रुपए प्रति लीटर की कटौती की घोषणा के बाद बुधवार को तीसरे दिन भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों (Petrol Diesel Price) में कोई बदलाव नहीं हुआ है. वहीं दूसरी ओर इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल के दाम में एक फीसदी से ज्यादा का इजाफा देखने को मिल रहा है. ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत 115 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. जबकि अमरीकी ऑयल डब्ल्यूटीआई के दाम 111 डॉलर प्रति बैरल पर आ गए हैं.
दिल्ली और मुंबई में पेट्रोल के दाम
उत्पाद शुल्क में कटौती से दिल्ली में पेट्रोल पर 9.5 रुपए प्रति लीटर और डीजल में 7 रुपए प्रति लीटर की कमी देखने को मिली है. वहीं आज से एक्साइज ड्यूटी प्रभावी होने की वजह से राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 96.72 रुपए प्रति लीटर होगी, जो 105.41 रुपए प्रति लीटर पहुंच गई थी. डीजल के दाम 89.62 रुपए प्रति लीटर होंगे, जो 96.67 रुपए प्रति लीटर पहुंच गए थे. महाराष्ट्र सरकार ने रविवार को पेट्रोल और डीजल पर वैट को घटाया था. जिसके बाद पेट्रोल पर वैट 2.08 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 1.44 रुपए प्रति लीटर कम किया गया है. मुंबई में उत्पाद शुल्क और वैट में कमी के बाद एक लीटर पेट्रोल पर 111.35 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 97.28 रुपए प्रति लीटर का खर्च आएगा.
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इन शहरों में इतने हो चुकी है कीमत
चेन्नई में पेट्रोल और डीजल की कीमतें 102.65 रुपए और 94.24 रुपए प्रति लीटर हैं. कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 106.03 रुपए और डीजल की कीमत 92.76 रुपए प्रति लीटर है. बेंगलुरु में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 101.94 रुपए और एक लीटर डीजल की कीमत 87.89 रुपए होगी. गुरुग्राम में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 97.81 रुपए और एक लीटर डीजल की कीमत 90.05 रुपए होगी.
सरकार को होगा एक लाख करोड़ रुपए का नुकसान
केंद्र सरकार पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क लगाती है. इसी तरह, राज्य सरकार फ्यूल पर वैट वसूल करती है. पेट्रोल पर वैट हर राज्य में अलग-अलग होता है. चूंकि केंद्र ने डीजल और पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क कम कर दिया है, राज्य सरकारें वैट में कटौती करती हैं. जानकारों की मानें तो पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती के केंद्र के फैसले से राजकोषीय घाटे पर दबाव पड़ेगा, जो चालू वित्त वर्ष के लिए सकल घरेलू उत्पाद का 6.4 फीसदी प्रतिशत रहने का अनुमान है. पेट्रोल और डीजल पर टैक्स में कटौती से सरकार को प्रति वर्ष लगभग 1 लाख करोड़ रुपए के रेवेन्यू का नुकसान होगा.
140 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था क्रूड ऑयल
इस बीच, भारत के तेल मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को विश्व आर्थिक मंच को बताया कि कच्चे तेल की कीमत 110 डॉलर प्रति बैरल टिकाऊ नहीं थी, यहां तक कि उन्होंने ग्लोबल एनर्जी मार्केट पर चर्चा करने के लिए दुनिया के ऑयल लीडर्स से भी बातचीत की है. यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद सप्लाई संबंधी चिंताएं बढऩे के बाद, मार्च में अंतर्राष्ट्रीय तेल की कीमतों में इस साल बढ़ोतरी हुई, जो मार्च में 140 डॉलर प्रति बैरल के करीब 14 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई.
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कितने चुकाने होंगे Petrol और Diesel के दाम, यहां देखें फ्रेश प्राइस