डीएनए हिंदी: फ्लिपकार्ट (Flipkart) इंटरनेट प्राइवेट लिमिटेड, जो ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस का संचालन करता है ने वित्तीय वर्ष 2022 के लिए अपने राजस्व में साल-दर-साल 31% की छलांग लगाया है. जिसके बाद कंपनी का रेवेन्यू 10,659 करोड़ रुपये हो गया है. हालांकि, वॉलमार्ट (Walmart) के स्वामित्व वाली कंपनी ने वित्त वर्ष के दौरान अपना शुद्ध घाटा 51% से बढ़ाकर 4,362 करोड़ रुपये दिखाया है. यह खर्चे बढ़ते परिवहन, विपणन और कानूनी शुल्क के कारण हुए हैं.
वित्त वर्ष के लिए कंपनी का कुल खर्च पिछले वित्त वर्ष में 10,996 करोड़ रुपये के मुकाबले 15,020 करोड़ रुपये बताया गया है.
फ्लिपकार्ट (Flipkart) का परिचालन राजस्व वित्त वर्ष 22 में 7,804 करोड़ रुपये के मुकाबले वित्त वर्ष 22 में 10,477 करोड़ रुपये हो गया है. हालाँकि, कंपनी का परिचालन घाटा या Ebitda (ब्याज, करों, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई) का नुकसान 3,925 करोड़ रुपये था, जो वित्त वर्ष 2021 में 2,267 करोड़ रुपये से अधिक था.
इसका राजस्व मुख्य रूप से ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस, सूचना प्रौद्योगिकी-सक्षम सेवाओं और बीमा कंपनियों के लिए कॉर्पोरेट एजेंट सेवाओं सहित संबंधित सहायता सेवाओं से उत्पन्न होता है.
खुदरा विक्रेता के लिए कर्मचारी लाभ लागत वित्त वर्ष 22 में कुल खर्च का एक-चौथाई 3,735 करोड़ रुपये था. फाइनेंसियल ईयर 2021 में, कर्मचारी लाभ खर्च 3,163 करोड़ रुपये था. दूसरी ओर कंपनी वित्त वर्ष 2022 में अपनी वित्तीय लागत को 101 करोड़ रुपये तक लाने में सफल रही, जो वित्त वर्ष 2022 में 272 करोड़ रुपये थी.
कंपनी का अन्य खर्च वित्त वर्ष 22 में 10,849 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष में 7,178 करोड़ रुपये था. परिवहन लागत वित्त वर्ष 2021 में 3,444 करोड़ रुपये से बढ़कर 5,045 करोड़ रुपये हो गई है.
साथ ही, कंपनी ने वित्त वर्ष 22 में कानूनी पेशेवर शुल्क के रूप में 1,224 करोड़ रुपये का भुगतान किया है. पिछले वित्तीय वर्ष में इस तरह के शुल्क 837 करोड़ रुपये थे.
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Flipkart का फाइनेंसियल ईयर22 में हुआ घाटा, 51% बढ़कर 4,362 करोड़ रुपये का हुआ लॉस