डीएनए हिंदी: इन दिनों बदलती लाइफस्टाइल के साथ लोगों की शॉपिंग से लेकर घर के अन्य खर्च का बजट भी तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में क्रेडिट कार्ड की जरूरतें भी बढ़ती जा रही हैं. जहां एक तरफ क्रेडिट कार्ड के कई फायदे हैं तो वहीं दूसरी तरफ इसके काफी नुकसान भी हैं. यही कारण है कि हर किसी इसका सोच समझकर करना चाहिए और इसके साथ ही इसके बारे में पूरी जानकारी होनी भी जरूरी है. जानकारी के अभाव में कई बार आप क्रेडिट कार्ड कर्ज में डूबते चले जाते हैं. लेकिन इस कर्ज का बोझ 3 आसान तरीकों से कम किया जा सकता है.
EMI
कई बार क्रेडिट कार्ड के ओवर यूज के कारण आप बड़े कर्जे में फंस जाते हैं और टाइम से बिल ना भर पाने के कारण आप पर भारी जुर्माना भी लग जाता है. ऐसे में क्रेडिट कार्ड कंपनीज आपको कर्जे को EMI में भरने का ऑप्शन देती हैं. आप क्रेडिट कार्ड के बिल को महीने के आसान किश्तों में बांट कर बोझ कम कर सकते हैं.
बैलेंस ट्रासंफर
कर्जा बहुत ज्यादा हो जाने की हालत में ईएमआई पर ज्यादा ब्याज देना पड़ता है. ऐसे में आप क्रेडिट कार्ड के बिल तो किसी दूसरे बैंक के क्रेडिट कार्ड में ट्रांसफर करवा सकते हैं. इसके जरिए कई तरह के ऑफर्स के अलावा ब्याज दर में छूट जैसे कई फायदे भी निल सकते हैं. आपको ये देखना होता कि कौन सी बैंक कम ब्याज दर में क्रेडिट कार्ड उपलब्ध करवा रही है.
पर्सनल लोन
बढ़ते क्रेडिट कार्ड कर्ज को जल्द से जल्द भरने का एक ऑप्शन पर्सनल लोन भी है. पर्सनल लोन की ब्याज दरें आपके क्रेडिट कार्ड के कर्ज से काफी कम होती हैं. क्रेडिट कार्ड कर्ज पर आपको सालाना 40 प्रतिशत का ब्याज देना होता , जबकि पर्सनल लोन पर ये सिर्फ 11 प्रतिशत तक ही होता है.
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