डीएनए हिंदी: सभी तरह के दस्तावेजों के लिए Aadhaar Card को महत्वपूर्ण माना जाता है. ऐसे में इसकी सुरक्षा से लेकर इसके प्रावधानों में UIDAI समय-समय पर बदलाव करता रहता है. इसी के तहत UIDAI अपने यूजर्स के लिए नई सुविधा देने की तैयारी कर रहा है. UIDAI के CEO ने बताया कि UIDAI ऐसी योजना बना रही है जिससे जन्म लेने के साथ ही उस बच्चे का आधार कार्ड बन जाए.
UIDAI लाने वाला है नया प्रावधान
दरअसल आधार कार्ड से जुड़ी नई जानकारी देते हुए UIDAI के सीईओ सौरभ गर्ग ने बताया कि यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया बच्चों के आधार कार्ड के लिए नया प्लान तैयार कर रही है. अब जन्म लेने वाले बच्चों को आधार कार्ड मुहैया कराने के लिए अस्पतालों को रजिस्ट्रेशन करने की सुविधा दी जाएगी.”
इस योजना के लिए UIDAI बर्थ रजिस्ट्रार के साथ मिलकर काम करेगा और इसके लिए बातचीत की जा रही है और जल्द ही इस मुद्दे पर एक बड़ा फैसला हो सकता है. सौरभ ने कहा, “भारत में रोजाना करीब 2.5 करोड़ बच्चों का जन्म होता है. ऐसे में UIDAI की योजना है कि अस्पताल में जन्म लेने वाले बच्चों की फोटो खींचकर साथ ही साथ आधार कार्ड जारी कर दिया जाएगा.”
अभी बच्चों के लिए क्या हैं नियम
आपको बता दें कि अभी 5 साल से कम उम्र के बच्चों के आधार के लिए बायोमेट्रिक्स की जरूरत नहीं पड़ती है लेकिन जब उनकी उम्र 5 साल से ज्यादा हो जाती है तो उनका बायोमेट्रिक्स कराना अनिवार्य हो जाता है.
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इसके साथ ही एक और बड़ा ऐलान करते हुए सौरभ ने बताया अब क्षेत्रीय भाषा में भी आधार कार्ड बनाया जाएगा. उन्होंने कहा, “अब जल्द ही भारत में क्षेत्रीय भाषाओं में भी आधार कार्ड जारी किए जाएंगे.' गौरतलब है कि अभी देश में आधार कार्ड पर हिंदी और अंग्रेजी में ही जानकारियां दी गई होती है लेकिन अब यह अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में भी उपलब्ध हो सकेगा.
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