डीएनए हिंदीः कनाडा के अरबपति प्रेम वत्स के फेयरफैक्स ग्रुप और भारत और दुनिया के स्टार क्रिकेटर विराट कोहली (Virat Kohli) द्वारा बैक्ड डिजिट इंश्योरेंस ने आईपीओ (Digit Insurance IPO) के माध्यम से धन जुटाने के लिए मंगलवार को बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) में ड्राफ्ट पेपर्स जमा किए हैं. रेड-हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के डॉक्युमेंट्स (DRHP) के अनुसार, गो डिजिट इंश्योरेंस के आईपीओ में 1,250 करोड़ के शेयरों का एक नया इश्यू शामिल है, जबकि मौजूदा शेयरधारक 109.4 मिलियन शेयर बेचेंगे. कंपनी ने कहा कि वह प्री-आईपीओ प्लेसमेंट में लगभग 250 करोड़ शेयर बेच सकती है, इसलिए प्री-आईपीओ होने पर इश्यू में शेयर बिक्री कम होगी.
ये लोग बेचेंगे अपने शेयर्स
गो डिजिट इन्फोवक्र्स सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, निकिता मिहिर वखारिया, मिहिर अतुल वखारिया के साथ, निकुंज हीरेंद्र शाह, सोहाग हिरेंद्र शाह और सुब्रमण्यम वासुदेवन के साथ संयुक्त रूप से, शांति सुब्रमण्यम के साथ प्रमोटर और अन्य सेलिंग शेयर होल्डर्स हैं. कंपनी ने अपने पूंजी आधार को बढ़ाने और सॉल्वेंसी लेवल के रखरखाव के लिए इस इश्यू से नेट इनकम का उपयोग करने का ऑफर रखा है.
2017 में आई थी कंपनी
2017 में स्थापित, डिजिट आसान क्लेम सेटलमेंट जैसे बेहतर कस्टमर अनुभव के लिए यूजर्स की आवश्यकता के साथ-साथ भारत के कम-प्रवेश सामान्य बीमा बाजार को भुनाने की कोशिश कर रहा है. डिजिट के फाउंडर कामेश गोयल बीमा उद्योग के दिग्गजों में शामिल हैं, जिन्होंने जर्मनी के आलियांज के साथ काम किया और इसके भारतीय संयुक्त उद्यम का नेतृत्व किया. भारतीय क्रिकेट स्टार विराट कोहली एक निवेशक और इसके ब्रांड एंबेसडर हैं.
कितना है कंपनी का वैल्यूएशन
मई में डिजिट की वैल्यूएशन 4 अरब डॉलर के करीब थी, जब उसने फंडिंग की एक किश्त जुटाई थी. इसने अब तक फेयरफैक्स के अलावा सिकोइया कैपिटल, ए91 पार्टनर्स और फेयरिंग कैपिटल से 400 मिलियन डॉलर से अधिक जुटाए हैं. कंपनी के प्रमोटर कामेश गोयल, गो डिजिट इन्फोवर्क्स सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, ओबेन वेंचर्स एलएलपी और एफएएल कॉर्पोरेशन हैं, जो फेयरफैक्स होल्डिंग्स का हिस्सा हैं.
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वित्त वर्ष 22 में कैसा रहा था कारोबार
डिजिट इंश्योरेंस का शुद्ध घाटा वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 295 करोड़ हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2021 में यह 122 रुपये और वित्त वर्ष 2020 में 175 करोड़ रुपये था. वित्त वर्ष 2022 में इसकी कुल आय बढ़कर 3,841 रुपये करोड़ हो गई, जो वित्त वर्ष 2021 में 2,251 रुपये करोड़ थी. बीमा नियामक के नियमों के अनुसार इस सेक्टर की कंपनी के पब्लिक होने से पहले कम से कम पांच साल पुराना होना चाहिए, जिसे डिजिट सितंबर तक पूरा कर लेगा. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, डिजिट ने अपने सबसे बड़े शेयरधारक फेयरफैक्स के साथ नए शेयरों की पेशकश करके धन जुटाने की योजना बनाई है, जिसमें लगभग 30 फीसदी हिस्सेदारी है.
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