गुरुवार 9 मई को शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज हुई है. पिछले कुछ दिनों से शेयर बाजार भारी गिरावट से जूझ रहा है. आपको बता दें कि बीएसई सेंसेक्स 1062 अंक की गिरावट पर 72404 के लेवल पर बंद हुआ है. वहीं दूसरी ओर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज निफ्टी भी 2 मई से अब तक करीब 650 पॉइंट से ज्यादा का गोता लगा चुका है. गुरुवार को निफ्टी 50 भी 345 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ है. इस गिरावट की वजह से निवेशकों को 7.35 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है.
क्या है शेयर बाजार गिरने की वजह?
गुरुवार को शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई है. इस गिरावट की वजह से निवेशकों को काफी बड़ा घाटा सहना पड़ा है. इस गिरावट के मुख्य कारणों की बात करें तो, मौजूदा समय में चल रहे लोकसभा चुनाव, विदेशी निवेशकों की बिकवाली, कंपनियों के कमजोर नतीजे, विदेशी निवेशकों की बिकवाली है.
लोकसभा चुनाव
भारतीय शेयर बाजार ने पहले ही लोकसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए की जीत को कम कर दिया है. जिसकी वजह से शेयर बाजार में समय से पहले मुनाफावसूली शुरू हो गई है. शेयर बाजार के एक्सपर्ट का कहना है कि भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए को बहुमत नहीं मिलने की आशंका है, इस वजह से बाजार के कामकाज पर असर देखा जा रहा है.
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विदेशी निवेशकों की बिकवाली
जानकारी के मुताबिक, एफआईआई इस महीने भारी बिकवाली कर रहे हैं. मई 2024 में गुरुवार तक कैश सेगमेंट से एफआईआई 15863 करोड़ रुपए बेच चुके हैं. जबकि फ्यूचर एंड ऑप्शन (एफएंडओ) सेगमेंट में एफआईआई 5,292 करोड़ रुपए निकाल चुके हैं.
कंपनियों के कमजोर नतीजे
वित्त वर्ष के लिए कंपनियों के 3 महीने के कमजोर नतीजे ने मार्केट के सेंटीमेंट को नुकसान पहुंचाया है. एसबीआई और केनरा बैंक के शानदार नतीजे सामने आए हैं लेकिन एशियाई पेंट्स की कमाई अच्छी नहीं रही है.
विदेशी निवेशकों की बिकवाली
इस वजह से भी शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई है. इस साल अब तक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक बिकवाली ही कर रहे हैं. मई में अब तक एफआईआई ने 2854 करोड रुपए की बिकवाली की है.
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शेयर बाजार में बड़ी गिरावट, एक झटके में 7.35 लाख करोड़ रुपये हो गए स्वाहा