डीएनए हिंदी: वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर के महीने में भारत की थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई वार्षिक आधार पर घटकर 8.39 फीसदी रह गई, जो सितंबर में 10.70 फीसदी दर्ज की गई थी. मंत्रालय की ओर से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार अक्टूबर, 2022 में मुद्रास्फीति की दर में गिरावट मुख्य रूप से खनिज तेल, मूल धातु, गढ़े हुए धातु उत्पादों, मशीनरी और उपकरण को छोड़कर, कपड़ा, अन्य गैर-धात्विक खनिज उत्पाद, खनिज आदि की कीमत में गिरावट का योगदान है. खास बात तो ये है कि भारत में थोक महंगाई 18 महीने के 10 फीसदी से नीचे देखने को मिली है.
कुछ ऐसे देखने को मिले महंगाई के आंकड़ें
- प्राइमरी गुड्स में महगाई 11.04 फीसदी रही, जो एक साल पहले इसी अवधि में 7.38 फीसदी दर्ज की गई थी. खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति अक्टूबर 2021 में 0.06% से बढ़कर 8.33% हो गई.
- अक्टूबर 2022 में सब्जियों की मुद्रास्फीति बढ़कर 17.61 फीसदी हो गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में -17.45 फीसदी थी.
- कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस में थोक मुद्रास्फीति अक्टूबर 2021 में 86.36 फीसदी से कम होकर अक्टूबर 2022 में 43.57 फीसदी हो गई.
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- अक्टूबर में विनिर्मित उत्पादों की मुद्रास्फीति 4.42 फीसदी रही, जो एक साल पहले की अवधि में 12.87 फीसदी थी. ईंधन और बिजली महंगाई अक्टूबर 2021 में 38.61 फीसदी से घटकर 23.17 फीसदी हो गई.
- इसके साथ ही भारत में थोक महंगाई ने लगातार 18 महीनों से दहाई अंक में रहने का सिलसिला तोड़ दिया है.
- अक्टूबर 2022 के लिए WPI इंडेक्स में महीने-दर-महीने बदलाव सितंबर 2022 की तुलना में 0.26 फीसदी रहा.
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अक्टूबर में महंगाई से मिली राहत, 18 महीने के बाद 10 फीसदी से नीचे आई थोक महंगाई