डीएनए हिंदी: आज के समय में ज्यादातर लोग खाना ऑनलाइन ऑर्डर करते हैं. आज भले ही मार्केट में कई सारे फूड डिलवरी ऐप मौजूद हैं. जैसै Swiggy, Magicpin, Uber Eat पर Zomato आज भी सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है. क्या आपने कभी सोचा है जोमैटो की शुरुआत कैसे हुई और इस ऐप के फाउंडर दीपिंदर गोयल (Deepinder Goyal) पहले क्या किया करते थे. कैसे उन्होंने इस ऐप की शुरुआत की? उनकी पढ़ाई किस तरह की हुई और फैमिली बैकग्राउंड क्या था? अगर नहीं तो चलिए आज जानते हैं Zomato शुरू करने से पहले क्या करते थे Deepinder Goyal.
कैसे शुरु हुआ Zomato?
26 जनवरी 1983 को पंजाब भारत में जन्मे दीपिंदर ने 2000-2005 तक भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली से पढ़ाई की. वह बहुत ही विनम्र और मध्यम वर्गीय परिवार से हैं. दीपिंदर गोयल के माता और पिता एक शिक्षक के रूप में काम करते थे. आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) से ग्रेजुएट होने के बाद, उन्होंने नई दिल्ली में बेन एंड कंपनी में सीनियर एसोसिएट कंसल्टेंट के रूप में काम किया. इस कंपनी में काम करते हुए उन्होंने अनुभव किया कि उनके सहकर्मियों के बीच मेन्यू कार्ड की काफी मांग है. यहीं से उन्हें जोमैटो को स्टार्ट करने का आइडिया आया. इसके बाद उन्होंने बेन एंड कंपनी में अपनी नौकरी छोड़कर 2008 में पंकज चड्ढा के साथ मिलकर अपना खुद का फूड स्टार्टअप 'फूडीबे' (Foodiebay) शुरू करके अपनी एंटरप्रेन्योरशिप की जर्नी शुरू की, हालांकि उन्होंने 2010 में Foodiebay का नाम बदलकर जोमैटो कर दिया.
ये भी पढ़ें: जल्द ही केन्द्रीय कर्मचारियों की सैलरी में होगी बढ़ोतरी, बेसिक सैलरी बढ़कर हो जाएगी 26,000 रुपये
इन देशों में भी मौजूद है जोमैटो
भारत के सबसे बड़े रेस्तरां एग्रीगेटर और फूड डिलवरी सर्विस में से एक जोमैटो के फाउंडर और सीईओ हैं दीपिंदर गोयल की सक्सेस भारत ही नहीं विदेशों में भी मौजूद है. भारत के साथ-साथ जोमैटो 24 से ज्यादा देशों जैसे संयुक्त अरब अमीरात (UAE), श्रीलंका, कतर, यूके, इंडोनेशिया और कई अन्य देशों में मौजूद है. दीपिंदर गोयल भारत में स्टार्टअप कल्चर को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने अब तक शेफकार्ट और अनएकेडमी, स्क्वाडस्टैक, बीरा 91, हाइपरट्रैक, टेराडो, जैसे 16 स्टार्टअप में निवेश किया है.
ये भी पढ़ें: इस सरकारी स्कीम से मिलेगी हर महीने 1 लाख रुपये की पेंशन, जानिए कैसे
2200 करोड़ के मालिक हैं दीपिंदर गोयल
मार्च 2023 तक दीपिंदर अर्बन कंपनी के बोर्ड मेंबर थे. हालांकि अगस्त 2022 में उन्होंने 4,447 करोड़ में ब्लिंकिट (Blinkit) को खरीद लिया था. दीपिंदर गोयल ने होम सर्विस सेगमेंट में एंट्री करने के बाद अर्बन कंपनी (Urban Company) को छोड़कर Blinkit पर अपना पूरा फोकस रखना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं कोविड के दौरान उन्होंने अपने डिलीवरी पार्टनर्स के बच्चों की शिक्षा के खर्च के लिए जोमैटो फ्यूचर फाउंडेशन को 700 करोड़ रुपये के स्टॉक दान किए. आपको बता दें मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दीपिंदर गोयल की नेट वर्थ 2200 करोड़ रुपये से अधिक है. उनके व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो 2011 में दीपिंदर गोयल की शादी कंचन जोशी से हुई. कंचन से उनकी मुलाकात आईआईटी दिल्ली में अपने कॉलेज लाइफ के दौरान हुई थी. कंचन और दीपिंदर की एक प्यारी सी बच्ची भी है जिसका नाम सियारा है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
जोमैटो शुरू करने से पहले क्या करते थे दीपिंदर गोयल, जानें पूरी कहानी