डीएनए हिंदी: ‘मेहनत करो तो सपने पूरे होते हैं’ यह लाइन हमें अक्सर सुनने को मिलता है. कुछ ऐसी ही कहानी है टाटा ग्रुप के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन (Natarajan Chandrasekaran) की. नटराजन चंद्रशेखरन का सफर किसी अजूबे से कम नहीं है. किसानों के परिवार से ताल्लुक रखने वाले नटराजन चंद्रशेखरन ने टीसीएस (TCS) के साथ इंटर्न के तौर पर अपना करियर शुरू किया था और फिर टाटा संस के चेयरमैन बने. बता दें कि नटराजन चंद्रशेखरन (Natarajan Chandrasekaran) को बिजनेस और मीडिया सर्कल में चंद्र के तौर पर जाना जाता है. साल 2017 में नटराजन चंद्रशेखरन ने टाटा संस को तब ज्वाइन किया था जब साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) के दौरान बोर्डरूम में उथल-पुथल मची हुई थी.
कौन है नटराजन चंद्रशेखरन?
1963 में तमिलनाडु के मोहनूर गांव में एक किसान परिवार में जन्मे एन चंद्रशेखरन (N Chandrasekaran) का झुकाव बचपन से ही कंप्यूटर प्रोग्रामिंग की ओर था. एन चंद्रशेखरन ने सरकारी स्कूल में शिक्षा पूरा करने के बाद कोयंबटूर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ( Coimbatore Institute of Technology) से एप्लाइड साइंसेज में डिग्री पूरी की. उन्होंने तिरुचिरापल्ली में क्षेत्रीय इंजीनियरिंग कॉलेज (Regional Engineering College Tiruchirappalli) से मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (MCA) की डिग्री ली.
यह भी पढ़ें:
Success Story: मिलिए मुकेश जगतियानी से, पढ़ाई छोड़ taxi चलाई और आज हैं 40 हजार करोड़ के मालिक
नटराजन चंद्रशेखरन के करियर की शुरुआत
अपनी इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद, नटराजन चंद्रशेखरन ने 1987 में टीसीएस (TCS) में इंटर्न के तौर ज्वाइन किया. इस दौरान वह अगले दो दशकों में, वह सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए. सितंबर 2007 में, उन्हें टीसीएस बोर्ड में शामिल किया गया और कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी (COO) के तौर पर प्रभार सौंपा गया. अपनी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प की वजह से एन चंद्रशेखरन अक्टूबर 2009 में सीईओ (CEO) बने. 46 साल की उम्र में, उन्होंने टाटा समूह के सबसे कम उम्र के सीईओ (Youngest CEOs of the Tata Group) में से एक एस. रामादुरई (S. Ramadorai) का स्थान लिया.
नटराजन चंद्रशेखरन का टाटा संस में कॉन्ट्रिब्यूशन
नटराजन चंद्रशेखरन के गाइडेंस में टाटा समूह (Tata Group) 2017 में 36,728 करोड़ रुपये से 2022 में 64,267 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड प्रॉफिट हासिल करने में कामयाब रहा. पिछले 5 वर्षों में, टाटा ग्रुप का रेवेन्यू 2017 में 6.37 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 9.44 लाख करोड़ रुपये हो गया.
कभी L&T में 670 रुपये की करते थे नौकरी, आज हैं उसी कंपनी के चैरमैन, जानिए ए एम नाइक की फिल्मी कहानी
नटराजन चंद्रशेखरन का वेतन
एन चंद्रशेखरन का साल 2019 में 65 करोड़ रुपये का सालाना सैलरी पैकेज था जो कि 2021-2022 में टाटा ग्रुप के चेयरमैन को 109 करोड़ रुपये का पैकेज मिला. इसके साथ ही वह भारत में सबसे अधिक वेतन पाने वाले बिजनेस एक्जीक्यूटिव बन गए.
नटराजन चंद्रशेखरन की संपत्ति
2020 में एन चंद्रशेखरन ने मुंबई के पेडर रोड लग्जरी टावर में 98 करोड़ रुपए में एक डुप्लेक्स फ्लैट खरीदा. उस वक्त 6000 स्क्वायर फीट में फैले इस फ्लैट का किराया 20 लाख रुपए प्रति माह था.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
किसान के परिवार में जन्में, आज हैं भारत की इस बड़ी कंपनी के सबसे महंगे CEO