भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की नीतियां आम लोगों की जेब पर सीधा असर डालती हैं, खासकर जब बात होम लोन, कार लोन या क्रेडिट कार्ड की ईएमआई की हो. ऐसे में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर की भूमिका बेहद अहम होती है. हाल ही में पूनम गुप्ता को आरबीआई का नया डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया है. वह माइकल पात्रा की जगह लेंगी, जिन्होंने जनवरी में यह पद छोड़ा था. पूनम गुप्ता के कंधों पर अब यह जिम्मेदारी होगी कि देश की मौद्रिक नीति कैसी हो, ब्याज दरें बढ़ेंगी या घटेंगी, और इससे आम जनता की जेब पर क्या असर पड़ेगा.
मौद्रिक नीति समिति का हिस्सा बनेंगी
पूनम गुप्ता इस समय नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (NCAER) की महानिदेशक थीं. अब उन्हें भारतीय रिजर्व बैंक का डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया है और वह अगले तीन वर्षों तक इस पद पर रहेंगी. इस पद के तहत वह आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति का हिस्सा बनेंगी, जो रेपो रेट और अन्य महत्वपूर्ण वित्तीय निर्णय लेती है. यही फैसले तय करते हैं कि आपकी लोन की EMI सस्ती होगी या महंगी.
दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से मास्टर्स
पूनम गुप्ता ने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से मास्टर्स किया है और यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड, अमेरिका से पीएचडी. उन्होंने अमेरिका के स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पढ़ाया भी है और भारत में ISI दिल्ली समेत कई प्रतिष्ठित संस्थानों में अध्यापन और शोध किया है. इसके साथ ही पूनम गुप्ता का IMF और वर्ल्ड बैंक जैसे अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में भी 20 वर्षों से ज्यादा का अनुभव रहा है.
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20 वर्षों से ज्यादा का अनुभव
उन्होंने नीति आयोग और फिक्की की आर्थिक सलाहकार समितियों में भी काम किया है. उनके इस व्यापक अनुभव का फायदा आरबीआई की नीतियों में देखने को मिल सकता है. गौरतलब है कि पिछले साल संजय मल्होत्रा को आरबीआई का गवर्नर बनाया गया था और अब पूनम गुप्ता को डिप्टी गवर्नर बनाए जाने से उम्मीद है कि मौद्रिक नीतियों में ठोस बदलाव आ सकते हैं.
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RBI Deputy Governor Poonam Gupta
कौन हैं पूनम गुप्ता जो तय करेंगी आपके होम लोन की ईएमआई बढ़ेगी या कम होगी