डीएनए हिंदी : भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) को इक्विटी बाजारों में विस्तारित गिरावट और ब्याज दरों में वृद्धि के कारण अपने डेट इंवेस्टमेंट से मिलने वाले रिटर्न प्रभावित करने के कारण इसके मूल्यांकन पर 40,000 करोड़ का नुकसान हुआ है. देश के सबसे बड़े जीवन बीमा कंपनी के कार्यकारी निदेशक ने गुरुवार को चेयरमैन एमआर कुमार (LIC Chairman MR Kumar) द्वारा आयोजित एक कॉन्फ्रेंस कॉल में कहा कि इक्विटी बाजार (Equity Market) में गिरावट ने एलआईसी द्वारा इक्विटी निवेश होल्डिंग्स के मूल्यांकन को प्रभावित किया है.
उन्होंने आगे कहा कि बढ़ती ब्याज दर ने बॉन्ड, सरकारी प्रतिभूतियों और अन्य निश्चित आय पत्रों के मूल्य को प्रभावित किया है. एलआईसी के नवीनतम भारतीय एम्बेडेड मूल्य की गणना करते समय इन्हें ध्यान में रखा गया है. सितंबर से 31 मार्च, 2022 तक मार्क-टू-मार्केट घाटा लगभग 40,000 करोड़ रुपये रहा है. हालांकि, पॉलिसी सेल्स कारोबार में इजाफा देखने को मिला है. इस तरह ईवी में शुद्ध वृद्धि 2,000 करोड़ रुपये है.
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बीमाकर्ता ने कहा कि इक्विटी बाजार में हर 10 फीसदी गिरावट के बाद एलआईसी का एम्बेडेड मूल्य 6.5 फीसदी कम हो जाता है. सितंबर के अंत और मार्च के अंत के बीच, भारतीय इक्विटी बाजार शुद्ध आधार पर लगभग 1 फीसदी नीचे था, जबकि कई मौकों पर निम्न स्तर पर पहुंचा, जिससे एलआईसी के लिए 40,000 करोड़ रुपये का मार्क-टू-मार्केट नुकसान हुआ. लेकिन, मार्च के अंत और जून के अंत के बीच, इक्विटी बाजार और भी तेजी से गिर गया, जिसका अनिवार्य रूप से मतलब है कि एलआईसी का एम्बेडेड मूल्य खराब हो सकता है और 5.41 ट्रिलियन रुपये (31 मार्च, 2022 तक) से और भी खराब हो सकता है, जिसकी घोषणा एलआईसी ने की थी.
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जून तिमाही में बाजार में 9.5 फीसदी की गिरावट आई है. सेंसेक्स 31 मार्च को 59,126 अंक से कम से कम 5,594 अंक या 9.5% गिरकर 30 जून को 53,019 अंक पर आ गया है. एलआईसी ने कहा कि मार्च के अंत में, एलआईसी का ईवी 5.41 ट्रिलियन रुपये निर्धारित किया गया है, जबकि 30 सितंबर, 2021 को 5.39 ट्रिलियन रुपये देखने को मिली थी. मार्च 2022 को समाप्त वर्ष के लिए बीमाकर्ता के नए व्यवसाय या वीएनबी (एक निश्चित तिमाही, छमाही या पूरे वर्ष के दौरान बिक्री से आय का वास्तविक मूल्य) का मूल्य 31 मार्च को समाप्त वर्ष के लिए 4,167 करोड़ रुपये से बढ़कर 7,619 करोड़ रुपये हो गया है. सितंबर 2021 के अंत में यह 1,583 करोड़ रुपये देखने को मिला था.
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शेयर बाजार में गिरावट से LIC को 40 हजार करोड़ रुपये का नुकसान, पढ़ें पूरी रिपोर्ट