डीएनए हिंदीः गूगल इंडिया (Google India) की सरकारी मामलों और सार्वजनिक नीति की प्रमुख अर्चना गुलाटी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. वह सरकारी सेवा छोड़ने के बाद सिर्फ पांच महीने पहले गूगल के साथ जुड़ी थीं. सूत्रों ने यह जानकारी दी. अर्थशास्त्र स्नातक और आईआईटी दिल्ली से पीएचडी गुलाटी इससे पहले नीति आयोग में संयुक्त सचिव (डिजिटल संचार) थीं. नीति आयोग एक सरकारी थिंक टैंक है, केंद्र सरकार को नीति पर सलाह देता है. मामले से परिचित सूत्रों ने बताया कि गुलाटी ने गूगल इंडिया से इस्तीफा दे दिया है.
टिप्पणी करने से इनकार
इस बारे में संपर्क करने पर गुलाटी और गूगल, दोनों ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. अभी तक यह पता नहीं चला है कि उन्होंने गूगल से इस्तीफा क्यों दिया. गुलाटी का इस्तीफा ऐसे समय में आया है, जब गूगल भारत में कई मामलों और सख्त तकनीकी नियमन का सामना कर रही है. भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई), जहां गुलाटी ने पहले काम किया था, स्मार्ट टीवी बाजार में गूगल के व्यापार आचरण, इसके एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम और साथ ही ऐप भुगतान प्रणाली की जांच कर रहा है.
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इन पदों पर कर चुकी हैं काम
गुलाटी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने से पहले अगस्त 2019 से मार्च 2021 तक नीति आयोग में डिजिटल कंयूनिकेशन पॉलिसी मामलों को देख रही थीं. एक साल के लिए उन्होंने फ्रीलांस किया और इस साल मई में Google से जुड़ीं. लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, वह मई 2017 से अगस्त 2019 तक दूरसंचार सचिव के कार्यालय में स्पेशल ड्यूटी ऑफिसर थीं. गुलाटी ने भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग में संयोजन प्रभाग का भी नेतृत्व किया और विलय और अधिग्रहण से उत्पन्न प्रतिस्पर्धा के मुद्दों पर आयोग को सलाह दी. गुलाटी मई 2007 से फरवरी 2012 के बीच भारत के दूरसंचार मंत्रालय के यूनिवर्सल सर्विसेज ऑब्लिगेशन फंड में वित्त विभाग में एक संयुक्त प्रशासक थीं, जहां उन्होंने यूएसओएफ योजनाओं के डिजाइन और कार्यान्वयन के साथ-साथ सब्सिडी वितरण के वित्तीय पहलुओं को देखा.
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