अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (SEC) ने गुरुवार, 5 दिसंबर को एक नोटिस दायर कर अरबपति गौतम अडानी और एज़्योर पावर ग्लोबल के पूर्व निदेशक सिरिल कैबनेस के खिलाफ प्रतिभूति धोखाधड़ी के मामले को संबंधित मामने का आग्रह किया है, जिन पर विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम (एफसीपीए) का उल्लंघन करने का आरोप है. ये कदम इसलिए उठाया गया ताकी दोनों मामलों को एक ही अदालत को सौंपा जाए.
अमेरिकी कंपनी ने लगाया आरोप
SEC और न्यूयॉर्क के पूर्वी जिले के अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय ने अडानी पर राज्य सरकार के अधिकारियों को लाखों डॉलर का भुगतान करने वाली "बड़ी रिश्वतखोरी योजना" में कथित तौर पर संलिप्तता का आरोप लगाया था. लोकिन अडानी समूह ने इन सभी आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया है.
ये भी पढ़ें-इस बैंक का मैनेजर लोन पास करने के नाम पर चट कर गया 39 हजार के देसी मुर्गे, किसान का दावा
फिलहाल इन आरोपों से संबंधित तीन मामले न्यूयॉर्क के पूर्वी जिला न्यायालय में चल रहे हैं. इसमें न्याय विभाग ने अडानी के साथ सात अन्य के लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है . इसमें शेयर धोखाधड़ी और वायर धोखाधड़ी के साथ-साथ मूल शेयर धोखाधड़ी करने की साजिश का आरोप लगाया गया है.
अडानी समूह को हुआ नुकसान
रपोर्ट्स की मानें तो अमेरिकी अदालत में दायर आरोपों ने बड़े पैमाने पर आर्थिक और राजनीतिक नुकसान पहुंचाया है. रिपोर्ट्स से पता चलता है कि अडानी समूह को 34 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक का संयुक्त बाजार मूल्य का नुकसान हुआ है, लेकिन उनके शेयरों में थोड़ा सुधार हुआ है.
खबर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
- Log in to post comments
Adani: अमेरिकी सुरक्षा पैनल का बड़ा फैसला, अडानी और एज्योर के पूर्व निदेशक के खिलाफ संयुक्त सुनवाई की मांग