डीएनए हिंदी: पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में गजब के नतीजे देखने को मिल रहे हैं. कई दिग्गज चुनाव हार गए हैं. ऐसा ही नजारा उत्तराखंड की लालकुआं सीट पर देखने को मिला है. लालकुआं विधानसभा सीट से पूर्व सीएम हरीश रावत को करारी शिकस्त मिली है. भाजपा के मोहन सिंह बिष्ट ने उन्हें करीब 14 हजार वोटों से शिकस्त दी.
कौन हैं मोहन सिंह बिष्ट?
जानकारी के अनुसार, बीजेपी के प्रत्याशी मोहन सिंह बिष्ट लालकुआं विधानसभा सीट के हल्दूचौड़ क्षेत्र के रहने वाले हैं. वह 2019 में हरिपुर बच्ची से जिला पंचायत का चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि तब उन्होंने निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ा था. खास बात यह है कि इस चुनाव में मोहन सिंह बिष्ट ने अपने बड़े भाई और बीजेपी प्रत्याशी इंदर सिंह बिष्ट के खिलाफ ताल ठोक दी थी. मोहन बिष्ट ने बीजेपी के खिलाफ बगावत कर दी थी. उन्होंने निर्दलीय मैदान में उतरकर जीत हासिल की थी.
उस वक्त बीजेपी ने मोहन बिष्ट पर पार्टी विरोधी काम करने के लिए कार्रवाई की थी और उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था. इसके बाद उत्तराखंड में टिकट बंटवारे से ठीक पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उनकी बीजेपी में वापसी कराई. इसके बाद से ही बिष्ट लालकुआं सीट से दावेदारी ठोकने लगे. अटकलें भी शुरू हो गई थी कि बिष्ट को लालकुआं से टिकट मिलेगा. बीजेपी ने इस सीट से विधायक नवीन दुम्का का टिकट काटकर मोहन बिष्ट को लालकुआं सीट से प्रत्याशी बनाया.
चुनाव आयोग के पास दायर चुनावी हलफनामे के अनुसार उनका पेशा कृषि और व्यवसाय है. नैनीताल के डीएसबी कॉलेज से छात्र संघ का चुनाव जीतने के बाद वह उत्तराखंड कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (UCDF) के चेयरमैन रहे. उनकी कुल घोषित संपत्ति 3 करोड़ रुपये है जिसमें 1.5 करोड़ रुपये चल संपत्ति और 1.5 करोड़ रुपये अचल संपत्ति के रूप में शामिल हैं. उनकी कुल घोषित आय 59.3 लाख रुपये है जिसमें से 32.5 लाख रुपये स्वयं की आय है.
- Log in to post comments
जानिए कौन हैं हरीश रावत को शिकस्त देने वाले मोहन सिंह बिष्ट