डीएनए हिंदी: भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए मंगलवार रात 17 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी. इस लिस्ट में योगी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह और उनके पति का नाम दयाशंकर सिंह का नाम नहीं था. भाजपा द्वारा टिकट काटे जाने के बाद दोनों पति-पत्नी का रिएक्शन सामने आया है.
स्वाति सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा, "मैं बीजेपी का हिस्सा हूं और पूरे जीवन रहुंगी. किसी भी कार्यकर्ता को पार्टी नेतृत्व द्वारा लिए गए फैसले पर सवाल नहीं करना चाहिए. पार्टी ने यह फैसला अच्छे के लिए लिया होगा."
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दूसरी तरफ स्वाति सिंह के पति से जब टिकट न मिलने पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि भाजपा ने प्रत्याशियों की जो लिस्ट जारी की है, वो अच्छी है. पार्टी ने काफी विचार करने के बाद यह जारी की है. इस बार हम लखनऊ की सभी 9 विधानसभा सीटें जीतने जा रहे हैं. उन्होंने आगे कहा, "मैं पार्टी द्वारा सरोजिनी नगर से राजराजेश्वर सिंह को टिकट दिए जाने का स्वागत करता हूं."
कौन हैं राजराजेश्वर सिंह?
राजराजेश्वर सिंह उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा (यूपीपीपीएस) से वर्ष 2007 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में प्रतिनियुक्ति पर गए थे. उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले ली. ईडी में रहते हुए सिंह ने टूजी स्पेक्ट्रम घोटाला, अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर डील, एयरसेल मैक्सिस घोटाला, आम्रपाली घोटाला जैसे कई मामलों की जांच की और सुर्खियों में बने रहे. लखनऊ में पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) रहते हुए भी राजेश्वर सिंह लोकप्रिय रहे.
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