डीएनए हिंदी: पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 (Punjab Election 2022) को लेकर कांग्रेस (Congress) ने अपने प्रत्याशियों की सूची का ऐलान कर दिया है. इस टिकट बंटवारे में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के भाई मनोहर सिंह को टिकट नहीं मिला है जिसके चलते अब उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली है.
सीएम के भाई को टिकट नहीं
सीएम चन्नी के भाई ने Punjab Election 2022 में राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते ही सरकारी नौकरी से वीआरएस लिया था लेकिन सीएम के भाई को ही टिकट नहीं दिया गया है. सीएम चन्नी भी अपने भाई डॉक्टर मनोहर सिंह को चुनाव लड़वाना चाहते थे लेकिन उन्हें कांग्रेस की ओर से टिकट ही नहीं मिला है जो कहीं-न-कहीं सीएम चन्नी की कमजोरी का संकेत देता है.
ख़बरें हैं कि Punjab Election 2022 के लिए कांग्रेस की पहली लिस्ट के 86 उम्मीदवारों के नाम सामने आने के बाद पंजाब के मनसा, मोगा, मलोट और बस्सी पठाना सहित कई विधानसभा क्षेत्रों के नेताओं में असंतोष है और यहां के कार्यकर्ता पार्टी के लिए मुसीबतें खड़ी कर सकते हैं.
सिद्धू ने नहीं किया समर्थन
गौरतलब है कि सीएम चन्नी के भाई को टिकट न मिलने के पीछे बड़ी वजह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) को माना जा रहा है. सूत्रों का कहना है कि नवजोत सिंह सिद्धू ने चन्नी के भाई की जगह मौजूदा विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी का समर्थन किया था और उनके कारण ही चन्नी के भाई की टिकट निश्चित न हो सकी और मनोहर सिंह का खेल सिद्धू ने ही बिगाड़ दिया.
वहीं टिकट न मिलने पर वीआरएस लेकर बैठे मनोहर सिंह अब निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं. यदि ऐसा होता है तो यह देखना दिलचस्प होगा कि सीएम चन्नी अपने भाई के समर्थन में प्रचार करने जाते हैं या नहीं.
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