डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) इस वक्त UP Election 2022 को लेकर ब्राह्मण वर्ग को साधने की कोशिश में जुटे हैं. ऐसे में वो कभी चक्र उठाते हैं तो कभी भगवान परशुराम का शस्त्र फरसा उठाकर लोगों को आकर्षित करने की कोशिश करते हैं. हाल ही में उन्होंने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के किनारे लखनऊ में जो भगवान परशुराम का मंदिर बनवाया था, वहां लगा फरसा 8 दिन बाद ही गिर कर टूट गया है.
8 दिन में टूट फरसा
दरअसल, UP Election 2022 को लेकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव मिशन मोड में काम कर रहे हैं. उन्होंने हाल ही में लखनऊ में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के किनारे भगवान परशुराम के जिस मंदिर में पूजा अर्चना कर स्थापना की थी, उसी मंदिर के पास लगा फरसा 8 दिन बाद गिर कर टूट चुका है.
सपा नेताओं ने तैयार किया था मंदिर
गौरतलब है कि भगवान परशुराम के जिस मंदिर का अनावरण सपा सुप्रीमो अखिलेश ने किया था उसका निर्माण समाजवादी पार्टी के लोगों ने ही करवाया था. अखिलेश द्वारा इस मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद इस मंदिर को आम लोगों के लिए खोल दिया गया था लेकिन अब 8 दिन बाद ही मंदिर का फरसा गिरकर टूट गया है.
ब्राह्मणों को लुभाने की कोशिश
अखिलेश यादव के भगवान परशुराम के प्रति लगाव की वजह UP Election 2022 को माना जा रहा है. सपा लंबे वक्त से ही सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की सरकार पर ब्राह्मणों की अनदेखी करने का आरोप लगाती रही है. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के 12 प्रतिशत ब्राह्मण वोट में अखिलेश सेंधमारी की तैयारी कर रहे हैं क्योंकि UP Election 2022 में ये वोट बैंक सपा के लिए बड़ा फैक्टर बन सकता है.
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