डीएनए हिंदी: बंगाल में लगातार तीसरी बार विधानसभा चुनाव जीतने वाली ममता बनर्जी अब अन्य राज्यों में भी अपनी पार्टी के लिए संभावनाएं तलाश रही हैं. गोवा में उनकी पार्टी लगातार कांग्रेस व अन्य पार्टियों के नेताओं को लगातार अपने खेमे में शामिल कर रही हैं. लेकिन चुनाव से पहले गोवा में उनके प्रयासों बड़ा झटका लगा है.
दरअसल महज तीन महीने पहले ही ममता बनर्जी की पार्टी का दामने थामने वाले पोंडा (Ponda) विधानसभा के पूर्व विधायक लावू मामलेदार (Lavoo Mamledar) ने टीएमसी ने नाता तोड़ लिया है. उन्होंने TMC पर सांप्रदायिक होने और राज्य विधानसभा चुनावों से पहले वोटों के लिए हिंदुओं और ईसाइयों के बीच विभाजन की कोशिश करने का आरोप लगाया.
टीएससी छोड़ने के बाद उन्होंने कहा, "मैं सितंबर में TMC में शामिल हुआ था क्योंकि मैं ममता जी के 2021 के विधानसभा चुनाव के प्रदर्शन और हाई-कमान कल्चर के प्रति उनके विरोध से प्रभावित था. मेरी यह धारणा थी कि टीएमसी एक बहुत ही धर्मनिरपेक्ष पार्टी है लेकिन पिछले 15-20 दिनों में मैंने जो कुछ भी देखा है, उससे मुझे पता चला है कि यह भाजपा से भी बदतर है."
TMC ने महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन किया है जिसके मामलातदार 2012 और 2017 के बीच विधायक थे. उन्होंने आरोप लगाया कि टीएमसी हिंदू और ईसाई वोटों को बांटने की कोशिश कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया, "चुनाव पूर्व गठबंधन के तहत, वे चाहते हैं कि ईसाई वोट टीएमसी को और हिंदू वोट एमजीपी को जाएं. टीएमसी एक सांप्रदायिक पार्टी है, जो धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को बिगाड़ने की कोशिश कर रही है."
पोंडा विधानसभा के पूर्व MLA लावू मामलेदार ने कहा कि TMC ने पश्चिम बंगाल की महिलाओं को 500 रुपये प्रति माह देने का वादा करते हुए 'लक्ष्मी भंडार' योजना शुरू की. लेकिन गोवा में उन्होंने 5,000 रुपये प्रति माह देने का वादा किया, जो लगभग असंभव है. जब कोई पार्टी पराजित महसूस करती है, तो वो झूठे वादे करती है. मैं उस पार्टी का हिस्सा नहीं बनूंगा जो लोगों को बेवकूफ बनाती है.
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