डीएनए हिंदी: शुक्रवार को राहुल गांधी चुनाव प्रचार के लिए गोवा में थे. कांग्रेस को उम्मीद है कि इस बार उनकी पार्टी गोवा में सरकार बनाएगी. गोवा में कांग्रेस पिछले पांच साल में दलबदल से बुरी तरह प्रभावित रही, ऐसे में इस बार कांग्रेस के विधायक पार्टी न छोड़े इसलिए राहुल गांधी ने शुक्रवार को एक अनोखी स्ट्रैटजी अपनाई.
कांग्रेस ने शुक्रवार को अपने उम्मीदवारों से एक शपथ पत्र पर हस्ताक्षर कराए और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की मौजूदगी में उन्हें पार्टी के प्रति वफादारी की शपथ दिलाई. गोवा की सभी 40 विधानसभा सीट पर 14 फरवरी को मतदान होगा और परिणाम 10 मार्च को घोषित किया जाएगा.
पढ़ें- सीएम योगी पर एक भी क्रिमिनल केस नहीं, जानें खाते में हैं कितने रुपये
कांग्रेस ने चुनाव के लिए गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के साथ गठबंधन किया है. कांग्रेस ने जहां 37 उम्मीदवार खड़े किए हैं, वहीं जीएफपी तीन सीट पर चुनाव लड़ रही है. कार्यक्रम में जीएफपी उम्मीदवार भी मौजूद थे, जिन्होंने यह कहते हुए हलफनामे पर हस्ताक्षर किए कि चुनाव जीतने के बाद वे पार्टी नहीं छोड़ें.
पढ़ें- Shahjahanpur में 9वीं जीत दर्ज करेंगे सुरेश खन्ना या होगा बड़ा उलटफेर?
आपको बता दें कि गोवा में कांग्रेस पार्टी दलबदल से सबसे ज्यादा प्रभावित रही है. कांग्रेस 2017 में 40 में से 17 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी लेकिन आज उसके विधायकों की संख्या महज 10 रह गई है. उसके अधिकतर विधायकों ने पाला बदल लिया. साल 2019 में कांग्रेस के 10 विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे.
(Input- Bhasha)
- Log in to post comments