डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे (UP Election Result 2022) 10 मार्च को आने वाले हैं. इससे पहले सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही हैं. वहीं एग्जिट पोल्स (Exit Poll) भी दावे कर रहे हैं कि भाजपा (BJP) एक बार फिर सरकार बना सकती है. वहीं खास बात यह है कि ज्योतिषियों द्वारा भी बीजेपी की जीत के दावे किए जा रहे हैं. हालांकि समाजवादी पार्टी को ज्योतिषी लाभ होने की संभावनाएं जता रहे हैं लेकिन सपा को ज्योतिषी जगत में बहुमत मिलता दिखता रहता है.
बीजेपी को लेकर बड़ा दावा
दरअसल, मेरठ के ज्योतिषाचार्य विनोद त्यागी और मथुरा के आलोक गुप्ता कहते हैं कि योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की कुंडली बता रही है कि जीत तय है लेकिन बीजेपी को कुंडली अच्छे संकेत नहीं दे रही. ऐसे में बीजेपी 200 का भी आंकड़ा नहीं छू पाएगी और इसे 160 के आसपास सीटें मिलने के आसार हैं. खास बात यह है कि मणिपुर को छोड़कर कहीं भी बीजेपी को सरकार नहीं बनेगी क्योंकि बीजेपी की कुंडली में दशाएं ठीक नहीं है. दरअसल गोचर का राहु जन्मकालिक राहु पर दृष्टि गड़ाए है और यह स्थिति भ्रम पैदा कर रही है.
योगी का बड़ा है प्रभाव
वहीं ज्योतिषाचार्य निधि मिश्रा कहती हैं कि योगी की कुंडली भाग्येश लग्नेश, कर्मेश की षष्टम भाव में युति के साथ ही मंगल वहां स्थित होकर शत्रुता योग रहा है. उन्होंने बताया कि सबसे बड़ा सकारात्मक प्रभाव बृहस्पति की लग्न पर मित्र दृष्टि यह दर्शाती है कि योगी ही पुनः उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापसी करेंगे. गुरु की दृष्टि लग्न पर आने वाले समय में योगी को जनता द्वारा उनके व्यक्तित्व के प्रभाव में और बुद्धि दिलाने वाली होगी. कुल मिलाकर लम्मेश का पराक्रम भाव में गोचर और साथ ही सप्तमेश के साथ प्रति बहुत सकारात्मक फलदायक है, यह दर्शाता है कि विधानसभा 2022 का परिणाम BJP के पक्ष में होगा.
फिर बन सकते हैं सीएम
ज्योतिषाचार्य सुमित विजयवर्गीय ने उत्तर प्रदेश विधासनभा चुनाव के नतीजे को लेकर कहा, "योगी आदित्यनाथ का जन्म सिंह लग्न में व चंद्र राशि वृषभ है. लग्नेश सूर्य राजयोग बनाते हुए पंचम भाव में बैठे हैं. दशम स्थान पर चंद्र व शनि की युति है जो कि प्रवज्या या संन्यास कारक है. दशम स्थान पर शनि व चंद्र किसी संप्रदाय व मठ का महंत बनाते हैं. शुक्र शनि की राशि में है जो कि विलासिता में कमी को दर्शाता है. अष्टम भाव में बैठा मंगल प्रभावी वाणी का कारक है. अभी वर्तमान में शनि की महादशा चल रही है, जिसमें शनि की ही अंतर्दशा चल रही है, शनि देश व सप्तमेश भी हैं, जो कि क्की होने के कारण अत्यंत फलदायी है.शनि व चंद्र का संबंध पुनः दशमांश कुंडली के दशम भाव से हो रहा है. ऐसे में योगी आदित्यनाथ के प्रदेश का फिर से मुख्यमंत्री बनने के प्रबल योग हैं.
वहीं अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के भविष्य को लेकर उन्होंने कहा, "अखिलेश यादव का जन्म तुला लग्न व मेष राशि में हुआ है. लग्नेश शुक एकादश भाव पर सिंह राशि में बैठा है जो कि उन्हें विलासी व लोकप्रिय बनाता है. चंद्रमा पर गुरु की राजयोग का कारक वर्तमान में इनकी गुरु की महादशा में शुक्र की अंतर्दशा चल रही है चूंकि यह दशा पष्ठेश में अष्टमेश तृतीपेश में सग्नेश की महादशा है. इसके कारण आंतरिक संघर्ष, परेशानी, आरोप प्रत्यारोप समय रहेगा गुरु व शुक्र दोनों दशमांश कुंडली में पाठेश व आष्टमेश हो रहे हैं जिसके कारण राजयोग में बाधा है."
सत्ता के लिए होगी कांटे की लड़ाई
अयोध्या के ही आचार्य शिवेंद्र ने बताया है कि अखिलेश की कुंडली में राहु चतुर्थ स्थान में बैठा है. गुरु के राशि पर गुरु की संगत में जब भी यह आता है तो परिणाम अच्छा नहीं देता. परिश्रम अधिक कराता है. उनकी कुंडली में केतु कर्म क्षेत्र में बैठा है जो अच्छा परिणाम नहीं देता. अखिलेश के सभी ग्रहों को देखने बाद यह कहा जा सकता है कि इन्हें पूर्ण बहुमत तो मिलते हुए नहीं दिख रहा है. हालांकि लाभ के संकेत जरूर हैं. कुल मिलाकर दोनों कुंडली को देखकर यह कहा जा सकता है कि सत्ता के लिए काटे की लड़ाई हो सकती है.
बीजेपी को नहीं हरा पा रही सपा की बढ़त
वहीं बीजेपी के बहुमत की आशंका को लेकर अयोध्या के ज्योतिषाचार्य प्रवीण शर्मा ने कहा, "विपरीत राजयोग सपा को लाभ देने का पूर्ण प्रयास कर रहा है लेकिन कई गुना ज्यादा लाभ होने के बावजूद अंतिम रूप से बहुमत अभी सपा के भाग्य में नहीं है. अब बीजेपी धनु राशि का दस मार्च के हिसाब से विवेचन करें तो उसे भी हानि हो रही है लेकिन यह हानि सपा से कम है. हर प्रकार के लाभ अर्थात ग्यारहवें भाव के स्वामी शुक्र अपने मित्र शनि के घर दूसरे भाव में ही हैं. यह लाभ की अति उत्तम स्थिति है लेकिन मंगल जो शुक्र व शनि के स्वभाव से ही शत्रु है. उनका उसी राशि में होना बीजेपी की पिछलो संख्या में कमी को स्पष्ट कर रहा है. ग्रहों की विवेचना से संकेत है कि सपा बढ़ रही है और बीजेपी घट रही है, लेकिन दोनों के मध्य इतना फासला रहेगा कि सत्ता बीजेपी के पास ही रहेगी."
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गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश समेत गोवा और मणिपुर में बीजेपी को एग्जिट पोल्स स्पष्ट बहुमत देते दिख रहे हैं. वहीं पंजाब में आप और उत्तराखंड में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर की संभावनाएं जताई गई है. ऐसे में अब यह देखना बेहद अहम होगा कि 10 मार्च को मतगणना के बाद एग्जिट पोल्स से लेकर ज्योतिषियों की ये भविष्यवाणियां कितनी सटीक साबित होती हैं.
(इनपुट- रोली खन्ना, अमर उजाला)
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