डीएनए हिंदी: रामपुर को समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का गढ़ माना जाता है. इसकी वजह हैं पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आज़म खान. आजम फिलहाल भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों को लेकर जेल में बंद हैं और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म भी रामपुर के पास की एक सीट से चुनाव लड़ रहें. ऐसे में यह देखना बेहद अहम होगा कि इस बार रामपुर की सीट आज़म खान जेल में बैठे हुए जीत पाते हैं या उन्हें इस बार अपनी गै मौजूदगी मौजूदगी बड़ा राजनीतिक नुकसान होगा.
किसने लगाया किस पर दांव
रामपुर सपा का गढ़ है तो इसीलिए सपा ने उन्हें जेल में होते भी इस सीट से प्रत्याशी बनाया है. कांग्रेस ने यहां काजिम अली खान को मौका दिया है. इसके अलावा बसपा ने इस सीट के लिए सदाकत हुसैन और भाजपा ने आज़म खान के खिलाफ आकाश सक्सेना को चुनाव में उतारा है. आकाश को छोड़ सभी राजनीतिक दलों ने यहां मुस्लिम उम्मीदवारों पर ही दांव खेला है.
उपचुनावों में जीती थी सपा
पिछले चुनावों की बात करें तो यहां 2019 में उपचुनाव हुए थे. 2019 में Rampur में कुल 49.13 प्रतिशत वोट पड़े थे. 2019 में Samajwadi Party से तंजीम फातमा (Dr. Tazeen Fatma) ने बीजेपी के भारत भूषण (Bharat Bhushan) को 7716 वोटों के मार्जिन से हराया था. Rampur विधानसभा सीट रामपुर के ही संसदीय क्षेत्र के ही अंतर्गत आती है.
इस चुनाव में समाजवादी पार्टी के लिए रामपुर में अच्छा प्रदर्शन करना एक चुनौती है क्योंकि आजम खान जेल में हैं. ऐसे में उनकी गैरमौजूदगी में पार्टी को अपने गढ़ में अच्छा प्रदर्शन करना होगा. वहीं यदि इन चुनावों में आजम का प्रदर्शन नकारात्मक रहा तो आजम समेत सपा की मुसीबतों में भी इजाफे की संभावनाएं बढ़ जाएंगी.
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पार्टी | प्रत्याशी | वोट |
सपा | डॉ. तंजीम फातमा | 79,043 |
भाजपा | भारत भूषण | 31,327 |
कांग्रेस | अरशद अली खान | 4,182 |
बसपा | जुबेर मसूद खान | 3,441 |
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