डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बुधवार को समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर तंज कसा. पीएम मोदी ने परिवारवाद और भ्रष्टाचार को लेकर भी अखिलेश यादव पर सियासी हमला बोला. पीएम मोदी ने तंज कसते हुए कहा कि उनकी सरकार ने मुस्लिम बेटियों की पीड़ा को समझते हुए तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया है. वह परिवार वाले भले नहीं हैं लेकिन हर परिवार के दर्द को समझते हैं.
पीएम मोदी ने बाराबंकी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जो दावा करते हैं कि वह तो परिवार वाले हैं मगर उन्हें तीन तलाक पीड़िताओं का दर्द क्यों नहीं दिखा. मेरी मुस्लिम बहनों, बेटियों को छोटे-छोटे बच्चे लेकर पिता के घर लौटना पड़ता था, तब तुम्हें परिवार का दर्द क्यों समझ नहीं आया. हम परिवार वाले नहीं हैं लेकिन हर परिवार के दर्द को पहचानते हैं.'
पीएम मोदी ने कहा कि घोर परिवारवादी लोगों ने वोट बैंक की वजह से मुस्लिम बेटियों के जीवन की पहाड़ जैसी दिक्कतों को देखने की भी फुर्सत नहीं निकाली. उन्होंने कहा कि यह हमारी ही सरकार है जिसने इन मुस्लिम बहनों को तीन तलाक के कुचक्र से मुक्त किया है.
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'...तुम्हें पता होना चाहिए था परिवार का दर्द'
पीएम मोदी ने कहा, 'माता-पिता और भाई बड़े अरमानों के साथ बेटी की शादी कर उसे विदा करते हैं. वही बेटी पांच 5-10 साल बाद तीन तलाक सुनकर घर लौट आती है. आप कल्पना कर सकते हैं कि उस बेटी के मां-बाप और भाई पर क्या बीतती होगी. तुम परिवार वाले हो अरे तुम्हें तो इस दर्द का पता चलना चाहिए था लेकिन तुम्हें नहीं पता चला क्योंकि तुम्हें सिर्फ बैलट बॉक्स ही दिखता है, तुम्हें किसी की जिंदगी नहीं दिखती.'
पीएम मोदी ने क्यों कही यह बात?
अखिलेश यादव ने पिछले दिनों बिजनौर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान परिवारवाद के आरोप पर पीएम मोदी को जवाब देते हुए कहा था कि जिनके पास परिवार होता है वे ही एक परिवार का दर्द समझ सकते हैं.
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परिवारवादियों ने जनता के साथ नहीं किया इंसाफ
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछली सरकारों पर उत्तर प्रदेश के सामर्थ्य के साथ इंसाफ नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में इतने दशकों तक जिन घोर परिवारवादियों की सरकारें रहीं उन्होंने उत्तर प्रदेश के सामर्थ्य के साथ इंसाफ नहीं किया. इन परिवारवादियों ने उत्तर प्रदेश के लोगों को कभी खुलकर अपना सामर्थ्य दिखाने का अवसर ही नहीं दिया.
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