डीएनए हिंदीः उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में कुल 9 सीटें आती हैं. इसमें से जौनपुर सदर विधानसभा सीट के नतीजों पर हर चुनाव में चर्चा होती है. जौनपुर शहर का अपना इतिहास है. फिरोज शाह तुगलक ने अपने चचेरे भाई के याद में यह शहर बसाया था. इस सीट के साथ दिलचस्प बात है कि हर चुनाव में जनता अलग-अलग पार्टी को मौका देती है. देखना है इस बार यह रिकॉर्ड कायम रहता है या टूटता है.
पिछले चुनाव में बीजेपी को मिली थी जीत
2017 के चुनावों में इस सीट से भाजपा के गिरीश चंद्र यादव ने 12,284 वोटों के मार्जिन से जीत हासिल की थी. दूसरे नंबर पर 78,040 वोटों के साथ कांग्रेस के नदीम जावेद रहे थे. 2012 के चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के नदीम जावेद ने 1,239 वोटों के मार्जिन से जीत हासिल की थी. इस बार देखना है कि जनता पुरानी पार्टी पर भरोसा जताती है या नए को मौका देती है.
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इस सीट पर मुस्लिम मतदाताओं का है दबदबा
जौनपुर सदर विधानसभा सीट पर कुल 3,63,001 मतदाता हैं. इस सीट पर मुस्लिम मतदाताओं का दबदबा है. इसके अलावा वैश्य, मौर्य और राजपूत जाति के मतदाता भी अहम भूमिका निभाते हैं. इस बार जनता किसे विधायक चुनती है, ये तो यूपी चुनाव परिणाम आने पर ही पता चलेगा.
इस बार त्रिकोणीय मुकाबले की उम्मीद
जौनपुर सदर विधानसभा सीट पर भाजपा ने मौजूदा विधायक गिरीश चंद्र यादव पर विश्वास जताया है. कांग्रेस ने नदीम जावेद को प्रत्याशी घोषित किया है. नदीम जावेद 2017 के चुनाव में भी कांग्रेस उम्मीदवार थे. वह यहां से विधायक भी रह चुके हैं. सपा की तरफ से अरशद खान मैदान में हैं. इस बार मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है.
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