डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) विधानसभा चुनावों (Assembly Election 2022) की सियासत में दागियों पर जंग छिड़ी है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता एक-दूसरे के खिलाफ दागियों पर सियासी लड़ाई लड़ रहे हैं.

सपा का आरोप है कि बीजेपी में दागियों की भरमार है. बीजेपी का कहना है सपा दागियों के भरोसे चुनाव लड़ रही है. बीजेपी ने तो अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स से कुछ सपा नेताओं के नेता वीडियो भी शेयर किए हैं. बीजेपी ने हाजी तसलीम, सलमान कुरैशी, असलम चौधरी, अबू आजमी, इमरान मसूल, नाहिद हसन और शफीकुर्रहमान के विवादित वीडियो को शेयर किया है. इन वीडियोज में सपा नेता धार्मिक सियासत करते नजर आ रहे हैं.

भारतीय जनता पार्टी सपा नेताओं के विवादित बयानों को अपने पक्ष में भुनाने की कोशिश की है. नाहिद हसन से लेकर इमरान मसूद तक सबने ऐसे विवादित बयान दिए हैं जिन्हें आपत्तिजनक माना जा सकता है. बीजेपी की ओर से लगातार कहा जा रहा है कि सपा शासन का मतलब गुंडागर्दी है. ऐसे में विधानसभा चुनाव प्रचार में इसे बीजेपी मुद्दा बना सकती है.

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सपा कौन हैं दिग्गज दागी प्रत्याशी?

सपा ने सीतापुर जेल में बंद आजम खान को रामपुर से टिकट दिया है. आजम के बेटे अब्दुल्ला आजम को स्वार सीट से टिकट दिया गया है. अब्दुल्ला 10 दिन पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आए हैं. पिता-पुत्र पर भू माफिया होने का आरोप है. केस में कई आपराधिक मामले चल रहे हैं. शामली से नाहिद हसन को टिकट दिया गया है. नाहिद हसन अपने बड़बोले बयानों के लिए जाने जाते हैं. बुलंदशहर से सपा और रालोद के उम्मीदवार मोहम्मद यूनुस हैं जिनके खिलाफ कई केस दर्ज हैं. महबूब अली नसीर, नसीर अहमद खान और सुल्तान बेग भी कई मामलों में आरोपी हैं. बीजेपी इन्हीं दागी चेहरों के नाम पर सपा को घेर रही है.


क्या है सपा का जवाब?

सपा बीजेपी के विधायकों और नेताओं पर आरोप लगा रही है. कानपुर की किदवई विधानसभा सीट से विधायक और बीजेपी प्रत्याशी के एक कथित वीडियो शेयर किया है जिसमें वह विपक्षियों के खिलाफ हिंसा करने के लिए कह रहे हैं. सपा के जवाब में बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी एक वीडियो शेयर किया है. वीडियो में दावा किया गया है कि सपा प्रत्याशी आदिल चौधरी कह रहे हैं हमारी सरकार आई तो इन्हें (हिन्दुओं को) छोड़ेंगे नहीं चुनचुन कर बदला लिया जाएगा. सपा गुंडे और माफियाओं को टिकट देकर कौन सा उत्तम प्रदेश बनाना चाहती है? ऐसे गुंडों के लिए दुबारा योगी सरकार जरूरी है ताकि गुंडों पर बुलडोजर चलता रहे.
 

Akhilesh Yadav.

क्या बीजेपी को होगा फायदा?

बीजेपी दागी उम्मीदवारों को घेर रही है. इसका सबसे बड़ा फायदा बीजेपी को हो सकता है. बीजेपी कानून व्यवस्था को लेकर अखिलेश यादव के 2012 से 2017 तक चले कार्यकाल पर सवाल खड़े करती रही है. मुजफ्फरनगर दंगों को लेकर भी सपा प्रशासन का रवैया बीजेपी के निशाने पर रहता है. ऐसे में इसका सीधा फायदा बीजेपी को हो सकता है. योगी सरकार की कानून व्यवस्था को मॉडल बनाकर बीजेपी चुनावी रैलियों में भुनाने की भी कोशिश कर रही है.

सपा और बीजेपी की सोशल मीडिया पर जारी सियासी अभी थमती नजर नहीं आ रही है. ऐसे में दागी चेहरों का मुद्दा रैलियों में भी उठाए जाने के आसार हैं. सपा और बीजेपी दोनों पार्टियां दागियों पर चल रही सियासत जारी रहेगी.

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UP Assembly Election 2022 Samajwadi Party BJP Akhilesh Yadav vs CM Yogi election Candidate
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सपा में दागी नेताओं की भरमार, क्या मजबूत करेगी  BJP की चुनावी रणनीति?
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Yogi vs Akhilesh Yadav.

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सपा में दागी नेताओं की भरमार, क्या मजबूत करेगी BJP की चुनावी रणनीति?