डीएनए हिंदीः उत्तर प्रदेश की संगम नगरी प्रयागराज के अंतर्गत कुल 11 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें से एक इलाहाबाद दक्षिण विधानसभा सीट है. इस सीट पर 2017 में भाजपा ने 15 साल बाद जीत दर्ज की थी. भाजपा की जीत इस जीत की बड़ी वजह से बसपा से भाजपा में शामिल होने वाले नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी'. उनके पार्टी बदलने के निर्णय से सीट के समीकरण बदल गए थे. आगामी चुनावों के लिए इस सीट पर 27 फरवरी को वोट डालें जाएंगे.
जानिए कौन हैं उम्मीदवार
इस बार के चुनावों के लिए भाजपा ने मौजूदा विधायक नंद गोपाल गुप्ता के फिर से मैदान में उतारा है. जबकि कांग्रेस की तरफ से अल्पना निषाद चुनाव मैदान में हैं. सपा ने इस सीट पर रईश चन्द्र शुक्ला को टिकट दिया है. बसपा की तरफ से देवेंद्र मिश्र खड़े हुए हैं.
जानिए 2012 के परिणाम
2012 के चुनावों में इलाहाबाद दक्षिण विधानसभा सीट पर सपा के हाजी परवेज अहमद ने जीत दर्ज की थी. उन्हें 43,040 वोट प्राप्त हुए थे. जबकि बसपा के नंद गोपाल गुप्ता नंदी 42,626 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे. 2017 के चुनावों में बसपा के नंद गोपाल गुप्ता नंदी भाजपा में शामिल हो गए थे. उन्होंने जीत भी हासिल की थी.
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जानिए 2017 के परिणाम
2017 के चुनावों में इस सीट पर भाजपा, सपा और बसपा के बीच मुकाबले देखने को मिला था. भाजपा के नंद गोपाल गुप्ता नंदी में 28,587 वोटों के मार्जिन से जीत हासिल की थी. उन्हें 93,011 वोट प्राप्त हुए थे. वहीं सपा के परवेज अहमद 64,424 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे.
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भाजपा के केशरी बने थे 5 बार विधायक
इलाहाबाद दक्षिण विधानसभा सीट पर भाजपा के केशरी नाथ त्रिपाठी 5 बार विधायक रह चुके हैं. उन्होंने सीट पर 2002 तक अपना कब्जा कायम रखा था. 2007 के चुनावों में भाजपा के केशरी नाथ त्रिपाठी, कांग्रेस की रीता बहुगुणा जोशी और बसपा के नंद गोपाल गुप्ता नंदी के मैदान में थे. जबकि बसपा के नंद गोपाल ने सबको हराकर जीत हासिल की थी. 2012 के चुनाव में केशरी नाथ त्रिपाठी एक बार फिर मैदान में उतरे थे लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
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जानिए क्या कहते हैं समीकरण
इलाहाबाद विधानसभा सीट पर लगभग 4 लाख मतदाता है जिसमें से एक बड़ा हिस्सा व्यापारी वर्ग से आता है. इस सीट पर ब्राहमण और मुस्लिम मतदाताओं का दबदबा है. जबकि कायस्थ, खत्री और दलित जाति के मतदाता भी अहम भूमिका निभाते हैं. इस बार जनता किसे चुनेगी, यह जानने के लिए परिणाम आने का इंतजार करना होगा.
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