दिल्ली (Delhi) में चुनाव आयोग (Election Commission) ने नगर निगम चुनावों (MCD Election 2022) को लेकर तारीखों का ऐलान नहीं किया है. आम आदमी पार्टी (AAP) का आरोप है कि केंद्र सरकार के इशारे पर चुनाव आयोग, दिल्ली में चुनाव नहीं होने दे रहा है. एमसीटी चुनावों पर एक बार फिर केंद्र और दिल्ली सरकार में ठन गई है. AAP के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शनों पर उतर आए हैं.
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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नगर निगम चुनावों की तारीखों में देरी को लेकर आम आदमी पार्टी लगातार भारतीय जनता पार्टी को घेर रही है. आम आदमी पार्टी का कहना है कि हार के डर से भारतीय जनता पार्टी (BJP) चुनाव कराने से भाग रही है.
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17 मार्च को भी दिल्ली के अलग अलग इलाकों में आम आदमी पार्टी चुनाव में हो रही देरी को लेकर प्रदर्शन कर रही है.
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AAP का आरोप है कि बीजेपी नगर निगम चुनावों में हार के डर से चुनावों में देरी करा रही है. दिल्ली के बारापुला फ्लाईओवर पर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता बीजेपी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है.
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आम आदमी पार्टी के नेताओं ने पोस्टर भी तैयार कराए हैं. पोस्टरों में कहा जा रहा है कि बीजेपी ने हार के डर से चुनाव रद्द कराया है. हार के डर की वजह से नेता भाग रहे हैं. AAP नेताओं की मांग है कि हर हाल में सही वक्त पर चुनाव कराए जाएं.
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दरअसल दिल्ली में इस साल अप्रैल में नगर निगम के चुनाव की तैयारी चल रही थी लेकिन जिस दिन दिल्ली नगर निगम चुनाव का एलान होना था उसी दिन इलेक्शन कमीशन ने ऐलान नहीं किया. दिल्ली में तीनों नगर निगम, यानी कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम (NORTH MCD), दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (SDMC), और पूर्वी दिल्ली नगर निगम ( EDMC) को वापिस एक करने की तैयारी चल रही है.
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साल 2012 तक दिल्ली में एक ही नगर निगम हुआ करता था लेकिन दिल्ली के सकुशल विकास के लिए इसे तीन नगर निगम में बांट दिया गया. दिल्ली के पूर्व मुख्य सचिव उमेश सहगल ने कहा है कि कलकत्ता की तरह दिल्ली में मेयर एंड काउंसलिंग बनाई जानी चाहिए, इससे आर्थिक फैसले लेने में आसानी होगी क्योंकि यही सभी आर्थिक फैसले लेंगे जिससे सभी की जरूरत पूरी हो सकेगी.
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आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पहले भी बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. केजरीवाल ने कहा है कि बीजेपी ने डरकर दिल्ली नगर निगम चुनाव को टाल दिया, जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है. केजरीवाल ने 11 मार्च को किए गए एक प्रेस कॉन्फ्रें में कहा था कि ऐसे चुनाव टालने से जनतंत्र नहीं बचेगा.