Skip to main content

User account menu

  • Log in

आखिर कैसे मिली Yogi Adityanath को प्रचंड जीत, जानिए जीत के अहम फैक्टर

Primary tabs

  • View(active tab)
  • View Live site

Breadcrumb

  1. Home
  2. चुनाव
Profile picture for user krishna.bajpai@dnaindia.com
Submitted by krishna.bajpai… on Sat, 03/12/2022 - 07:33

यह वही उत्तर प्रदेश है जिसकी राजनीति को लेकर कहा जाता है था कि यहां किसी भी  पार्टी की सत्ता कभी रिपीट नहीं होती लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के नेतृत्व वाली बीजेपी (BJP) ने इसे संभव कर दिखाया है. हालांकि पार्टी की सीटों में एक अच्छी-खासी गिरावट है लेकिन खास बात यह है कि पार्टी बहुमत से आंकड़े से कोसों आगे है जिसके चलते इसे अभी भी एक प्रचंड जीत ही माना जा रहा है. ऐसे में सोचने वाला विषय यह है कि पांच साल की सत्ता विरोधी लहर के बावजूद बीजेपी इतनी आसानी से चुनाव कैसे जीत गई?

Slide Photos
Image
BJP का M-Y Factor
Caption

दरअसल इस बार बीजेपी ने यूपी के लिए M-Y Factor खेला. सपा जहां यादव मुस्लिम वाला M-Y चक्रव्यूह गढ़ती है तो इस बार भाजपा के M-Y का मतलब मोदी और योगी रहा. पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की जुगलबंदी लोगों को इतनी भाई कि वोटों की बरसात हो गई. नतीजा यह रहा कि जिस सत्ता विरोधी लहर का पार्टी को डर था वो ही उसके लिए जीत की वजह बन गई. 
 

Image
नहीं चले ज्वलंत मुद्दे
Caption

विपक्ष ने इस चुनाव में कुछ ज्वलंत मुद्दे उठाए थे जिसमें लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में 3 अक्टूबर को किसानों पर गाड़ी चढ़ाने की घटना से लेकर हाथरस रेपकांड का मामला भी था. इन मामलों को लेकर एक बार बीजेपी भी बैकफुट पर थी. वहीं लखीमपुर कांड में केंद्रीय मंत्री के बेटे के इस घटना में कथित तौर पर शामिल होने को विपक्षी दलों ने जबर्दस्त मुद्दा बना दिया था लेकिन बीजेपी के रणनीतिकारों ने ऐसा चक्र चलाया का विपक्षी रणनीति धरी की धरी रह गई. चुनाव नतीजे आए तो लखीमपुर खीरी जिले की आठों सीटों बीजेपी की झोली में आ गईं और अखिलेश यादव का दांव फेल हो गया.
 

Image
कई जिलों में एकछत्र राज
Caption

योगी आदित्यनाथ पहली बार गोरखपुर से विधानसभा चुनाव में उतरे थे और उन्होंने एक लाख से अधिक वोटों से जीत दर्ज की. यही नहीं, गोरखपुर की सभी 9 सीटें बीजेपी के खाते में आईं. बुंदेलखंड रीजन की सभी 19 सीटें, हरदोई जिले की सभी 8 सीटें और सोनभद्र की सभी 4 सीटें भी भाजपा के पाले में आ गईं. सीतापुर की 9 में से 8 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली. राजनाथ सिंह के लोकसभा क्षेत्र लखनऊ की 9 में से 7 सीटों पर भगवा झंडा लहराया. पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 7 सीटों पर बीजेपी का कब्जा हुआ तो एक सीट अपना दल (सोनेलाल) ने जीती. बरेली की 9 में से 8 सीटें और देवरिया, शाहजहांपुर और गोंडा में 7-7 सीटों पर जीत मिली और बीजेपी ने कई जिलों में स्वीप किया.
 

Image
महिलाओं को विशेष तवज्जो
Caption

खास बात यह है कि इस चुनाव में बीजेपी ने नारी शक्ति को काफी अहमियत दी. चुनावों में 48 महिलाओं को टिकट दिए गए. नतीजा भी सुखद रहा. 48 में से 29 महिला उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की. यह बीजेपी की तरफ से जीतने वाली महिलाओं की सबसे बड़ी संख्या है. पार्टी ने महिला उम्मीदवारों पर ही दांव नहीं लगाया, बल्कि महिला वोटरों को ध्यान में रखकर खास रणनीति अपनाई और सबसे ज्यादा मुद्दा कानून व्यवस्था का उठाया. 

Image
मजबूत और भरोसेमंद संगठन
Caption

भाजपा ने उम्मीदवार चुनने में अपने सर्वे और ग्राउंड लेवल कार्यकर्ताओं के फीडबैक पर भरोसा किया. इसके आधार पर उसने 104 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए. इनकी जगह नए चेहरों को तवज्जो दी जिनमें से 80 जीत गए हैं. भाजपा ने 214 मौजूदा विधायकों को फिर से मैदान में उतारा, जिनमें से 170 जीत हासिल करने में कामयाब रहे और यह टिकट काटने का फॉर्मूला पार्टी के लिए सटीक रहा.

Section Hindi
चुनाव
लेटेस्ट न्यूज
Tags Hindi
उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
अखिलेश यादव
Url Title
After all, how did Yogi Aditiyanath get a massive victory, what were the big issues that have gone up in the a
Embargo
Off
Page views
1
Created by
krishna.bajpai@dnaindia.com
Updated by
Himani.diwan@zeemedia.esselgroup.com
Published by
Himani.diwan@zeemedia.esselgroup.com
Language
Hindi
Thumbnail Image
After all, how did Yogi Aditiyanath get a massive victory, what were the big issues that have gone up in the a
Date published
Sat, 03/12/2022 - 07:33
Date updated
Sat, 03/12/2022 - 07:33