डीएनए हिंदी: चुनाव आयोग ने गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. गुजरात चुनाव और हिमाचल चुनाव के लिए होने वाले मतदान की गिनती एक ही दिन 8 दिसंबर को होगी. चुनाव आयोग ने 14 अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की थी लेकिन उसने गुजरात विधानसभा चुनाव की घोषणा नहीं की थी.
दोनों राज्यों में चुनावों का ऐलान एक साथ क्यों नहीं किया गया इसे संबंधित एक सवाल के जवाब में मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि आयोग को मौसम, विधानसभा के कार्यकाल की अंतिम तिथि और आदर्श आचार संहिता लागू होने के दिन सहित कई चीजों में संतुलन बिठाना होता है.
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उन्होंने कहा कि गुजरात विधानसभा का कार्यकाल 18 फरवरी 2023 को समाप्त हो रहा है और चुनावों की घोषणा 110 दिन पहले की गई है. उन्होंने कहा, "यह कई फैक्टर्स का संयोजन है और इन्हीं सब को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया है. इन कारकों में आस-पास के राज्यों के चुनाव भी शामिल हैं.
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राजीव कुमार ने संकेत दिया कि चुनावों की घोषणा कुछ दिन पहले की जा सकती थी लेकिन मोरबी में हुए हादसे को ध्यान में रखते हुए नहीं की जा सकी. उन्होंने कहा, "हमें राज्य में हुए हादसे को भी ध्यान में रखना पड़ा. देरी में वह भी एक वजह रही. बुधवार को गुजरात में राजकीय शोक था. इसलिए इसमें बहुत सारे कारक हैं."
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चुनाव आयोग की निष्पक्षता से जुड़े एक सवाल पर राजीव कुमार ने कहा कि बड़ी संख्या में विधानसभा चुनावों ने चौंकाने वाले नतीजे दिए हैं. उन्होंने कहा, "वास्तव में, काम और परिणाम शब्दों से होते हैं. बड़ी संख्या में विधानसभा चुनावों के नतीजों से पता चला है, कई बार आयोग की आलोचना करने वालों को चौंकाने वाले नतीजे मिले हैं. मैं विस्तार में नहीं जाना चाहता."
(इनपुट- भाषा)
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हिमाचल के साथ क्यों नहीं किया गया गुजरात चुनाव का ऐलान? EC ने बताई यह वजह