डीएनए हिंदी: दुनिया की 81 करोड़ आबादी को भूख या अपर्याप्त भोजन खाए बगैर सोने को मजबूर होना पड़ता है. यह जानकारी फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन की द स्टेट ऑफ फूड सिक्योरिटी एंड न्यूट्रीशन इन द वर्ल्ड 2020 की एक रिपोर्ट में दी है. इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत की 14 % यानि 19 करोड़ आबादी को स्वास्थ्यकर भोजन नहीं मिल पाता है. इस आबादी में 51.4 % महिलाएं शामिल हैं. ये महिलाएं रक्तअल्पता से जूझ रही हैं. डॉक्टरों के मुताबिक जब हम एनीमिया से पीड़ित महिलाओं के बारे में बात कर रहे होते हैं तो इसका मतलब यह होता है कि इनके खाने में आयरन, कैल्शियम और मिनरल्स शामिल नहीं है. दुखद यह है कि दुनिया में एक तिहाई खाना हर साल बर्बाद हो जाता है.
20 % बच्चों का वजन उम्र के हिसाब से कम
दुनिया में करीब 60 फीसदी महिलाएं भूखी रहने को मजबूर हैं. दुनिया में 5 साल की उम्र के करीब 20 % बच्चों का वजन अपने उम्र के हिसाब से कम है. वहीं यह भी सच है कि किसान से बाजार तक सही वक्त पर 40 फीसदी फल और सब्जियां, 30 % अनाज हर साल बर्बाद हो जाता है. हाल ही में जारी हुई ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2021 (Global Hunger Index 2021) में भारत को 116 देशों में 101वां स्थान दिया गया है. 2021 की रैकिंग में भारत अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल से पीछे है.
15-49 साल की महिलाओं को नहीं मिलता पौष्टिक खाना
यूनाइटेड नेशंस की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 15-49 साल की उम्र में करीब 51 फीसदी महिलाएं कुपोषण की शिकार हैं. डॉक्टरों के मुताबिक महिलाओं को इसी उम्र में सबसे ज्यादा पौष्टिक खाने की दरकार होती है कि वे इस उम्र में माहवारी, बच्चा पैदा करने की स्थिति से गुजरती हैं.
ये चीजें खानें से दूर हो सकती हैं एनिमिया
एनीमिया का संबंध गरीबी से गहरे तौर पर है लेकिन यह भी देखा जा रहा है कि अच्छे घरों की महिलाएं भी इस समस्या से जूझती हैं. खून की कमी से जूझ रहे व्यक्ति को दूध, दही, पनीर, गोभी, आंवला, अनार, मांस, मछली, अंडे आदि चीजें अपने भोजन में शामिल करना चाहिए.
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भारत में बहुत बड़ी आबादी को भूख से जूझना पड़ता है
भारत में बहुत बड़ी आबादी को भूख से जूझना पड़ता है